30 हजार लोगों ने की विदेशी संपत्ति और आय की घोषणा….
30 हजार लोगों ने की विदेशी संपत्ति और आय की घोषणा….

नई दिल्ली, 09 मार्च । आयकर विभाग के करदाताओं के बीच ‘सबसे पहले भरोसा’ बनाने के रुख के साथ किये गये प्रयासों का सकारात्मक असर हुआ है। इसके तहत 30,000 से अधिक करदाताओं ने 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी संपत्ति और आय की घोषणा की है। बता दें कि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ‘‘स्वैच्छिक आधार पर विदेशी संपत्ति और आय का खुलासा करने वाले करदाताओं की संख्या आकलन वर्ष 2024-25 में बढ़कर 2,31,452 करदाता हो गई है जो आकलन वर्ष 2021-22 में 60,000 थी।
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने इस अभियान में करदाताओं के बीच ‘सबसे पहले भरोसा’ बनाने को तरजीह दी। इसके तहत विभाग ने 17 नवंबर, 2024 को एसएमएस और ईमेल भेजना शुरू किया।सूत्रों ने बताया कि विदेशी खातों में अधिक राशि रखने वाले या ब्याज अथवा लाभांश के रूप में अधिक विदेशी आय प्राप्त करने वाले कुल 19,501 करदाताओं से संपर्क किया गया। एसएएमएस और ईमेल के जरिये करदाताओं से अपनी विदेशी संपत्ति और आय को सही ढंग से दर्शाने के लिए अपने आयकर रिटर्न (आईटीआर) को संशोधित करने का अनुरोध किया गया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस अभियान से 24,678 करदाताओं ने अपने आईटीआर की समीक्षा की और 5,483 करदाताओं ने आकलन वर्ष 2024-25 के लिए देरी से रिटर्न दाखिल किये। करदाताओं ने 29,208 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति और 1,089.88 करोड़ रुपये की ‘अतिरिक्त’ विदेशी आय घोषित की। कुल 6,734 करदाताओं ने आवासीय स्थिति को भी ‘संशोधित’ किया और निवासी से प्रवासी बने। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग ने ‘ट्रस्ट फर्स्ट’ यानी पहले भरोसा बनाने के दृष्टिकोण को अपनाया। इसके तहत कार्रवाई या सत्यापन नोटिस भेजने के बजाय करदाताओं द्वारा स्वैच्छिक अनुपालन को प्राथमिकता दी गई।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट