सीआईडी को गेम चेंजर शो मानते हैं दयानंद शेट्टी..
सीआईडी को गेम चेंजर शो मानते हैं दयानंद शेट्टी..
मुंबई, 05 जनवरी। जानेमाने चरित्र अभिनेता दयानंद शेट्टी अपने सुपरहिट शो सीआईडी को गेमचेंजर मानते हैं और उनका कहना है कि यह शो जब कभी भी आयेगा तो गेमचेंजर साबित होगा।
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न पर हाल ही में सीआईडी सीजन 2 की शुरूआत हुयी है। वर्ष 1998 से शुरू हुआ सीआइडी का शानदार सफर लगातार 20 वर्षो तक 2018 तक चला। छह साल के लंबे अंतराल के बाद सीआईडी ने अपने शानदार सफर की शुरूआत कर दी है। सीआईडी में दयानंद शेट्टी ने पुलिस ऑफिसर दया का किरदार निभाया है।
अभिनेता दयानंद शेट्टी ने जूम पर संवाद एजेंसी ‘यूनीवार्ता’ के साथ शो सीआईडी के बारे में बात साझा की। दयानंद शेट्टी ने बताया,वर्ष 1998 में सीआईडी जब पहली बार लोगों के बीच आया तो किसी सोंचा नहीं था कि यह शो इतना लंबा चलेगा। लोगों का मानना था कि सीआईडी 26 सप्ताह या फिर 52 सप्ताह तक चलेगा, लेकिन इसने गेम चेंज कर दिया। छह साल के लंबे अंतराल के बाद सीआइडी जब वापस लौटकर आया है, तो इस बार भी शो को दर्शकों का जबरदस्त रिसपांस मिल रहा है। सीआईडी गेमचेंजर साबित हो रहा है। मेरा मानना है कि सीआईडी जब कभी भी आयेगा ,गेमचेंजर साबित होगा।
दयानंद शेट्टी ने बताया, सीआईडी को दर्शकों बेहद चाव के साथ देखना पसंद करते थे ,वे सभी सीआईडी को मिस कर रहे थे। वे चाहते थे कि सीआईडी वापस लौटकर आये। हमलोग भी सीआईडी को मिस कर रहे थे। शो लगातार इतने साल से चल रहा था। हमारी कोशिश थी कि शो को वापस लाया जाये। दो साल कोविड काल रहा। टेलिविजन की हालत भी अच्छी नहीं थी। सीआइडी का संयोग 2024 में बना।सभी लोगों के प्यार से सीआईडी वापस आ गया है और लोगों को भी शो पसंद आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004 में ‘सीआईडी’ में 111 मिनट लंबा सिंगल शॉट एपिसोड शूट किया गया था, जिसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है।टीवी के सबसे लंबे शॉट होने का ये खिताब इसी शो के नाम था।
दयानंद शेट्टी ने बतौर अभिनेता सीआईडी से अपने करियर की शुरूआत की थी, लेकिन उन्होंने अभिनेता बनने की प्लानिंग कभी नही की थी। दयानंद शेट्टी ने बताया, शायद मेरी तकदीर में अभिनेता बनना लिखा हुआ था। सीआईडी में काम करने के पहले मैं थियेटर किया करता था। माटूंगा मुंबई में चंद्रप्रकाश थियेटर में कुछ नाटक किये, जिसके लिये मुझे बेस्ट एक्टर का अवार्ड भी मिला। उन्हीं दिनों मेरे दोस्त संजय शेट्टी, जो उनदिनों सीआईडी के प्रोडक्शन के साथ जुड़े हुये थे। उन्होंने मेरा नाटक देखा था और मेरी परफार्मेस उन्हें पसंद आयी थी। उन्होंने मुझे बताया कि सीआईडी के क्रियेटर बी.पी.सिंह सीरियल के लिये नये कॉप्स के लिये ऑडिशन ले रहे हैं। उन्होंने मुझे ऑडिशन देने के लिये कहा, लेकिन मैं उस समय कुछ पारिवारिक समस्या में उलझा हुआ था ,इसलिये मैंने मना कर दिया।
दयानंद शेट्ठी ने बताया, बाद मैं जब मैं सीआईडी के ऑडिशन के लिये गया तो ऑडिशन समाप्त हो चुके थे, जिनलोगों ने ऑडिशन दिया था, उनका चयन नहीं हुआ था। मैं वह अंतिम शख्स था, जिसने ऑडिशन दिया। 15-20 दिन के बाद मुझे कॉल आया और मैं सीआइडी के लिये चुन लिया गया।बीपीसिह साहब से जब मेरी मुलाकात हुयी तो उन्होंने मेरा नाम पूछा तो मैंने उन्हें अपना नाम दयानंद शेट्टी बताया। शायद उन्हें मेरा नाम पसंद आया और उन्होंने तय किया कि सीआईडी के पुलिस ऑफिसर का नाम भी दया हीं होगा।आज 27 साल हो गये हैं, लोग मुझे दया के नाम से पुकारते हैं।दया का किरदार बहुत बड़ा हो गया है, लोग इससे जुड़ाव महसूस करते हैं।
शो सीआईडी का एक डॉयलाग दया दरवाजा तोड़ काफी लोकप्रिय साबित हुआ और आज भी सिनेमा और सीरियल में सुना जाता है। इस बारे में पूछे जाने पर दयानंद शेट्टी ने बताया, दया दरवाजा तोड़ कोई कठिन लाइन नहीं है। लोगों से आर्शीवाद मिला। यह कल्ट एपिक लाइन बन गया। दया दरवाजा तोड़ दो ,फिल्म में और सीरियल में इस्तेमाल होता है। मुझे इस बात की खुशी है कि लोग सीआईडी से जुड़ाव महसूस करते हैं। पुलिस ऑफिसर या क्राइम बांच में जाना चाहते है। सीआईडी में शामिल होना हम सभी लोगों के लिये गर्व की बात है। सीआईडी के साथ हमलोग फिर से सोनी पर वापस आये।लोगों की मांग थी कि सीआइडी को वापस लाया जाये। सीआईडी के साथ सोनी पर वापस आना घर वापसी जैसा है। यह कन्फर्ट लेबल है।
दयानंद शेट्टी ने बताया कि जब उन्होंने सीआईडी के जरिये टीवी अभिनेता के रूप में अपनी शुरूआत की थी, उनदिनों उन्हें अभिनय नहीं आता था। वह सीख रहे थे। उन्होंने बताया, सीआईडी में शिवाजी साटम, आशुतोष गोवारिकर, अभिजीत श्रीवास्तव ,संजीव सेठ,नरेन्द्र गुप्ता जैसे बड़े मंझे हुये कलाकार थे। इन लोगों को देखकर मैंने काफी सीखा। मैंने यह सीखा कि कैसे सेट पर इतने बड़े स्टार होने के बाद भी ये कितने उदार रहते हैं। बाकी के कलाकारों के साथ कैसा वर्ताव करते हैं।ये सभी लोगों मेरे लिये शिक्षक के समान थे। मैं अपने आप को बेहद भाग्यशाली, लकी मानता हूं कि मैने इन लोगों से अभिनय सीखा। सीआईडी पर फिल्म बनाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर दयानंद शेट्टी ने बताया कि उनके प्रोडक्शन के बैनर तले फिल्म सीआईडी बनाने के लिये तैयारी हो गयी थी। हमलोगों ने स्टोरी भी लिख ली थी। 2024 में फिल्म बनाने की योजना थी। कलाकार भी फाइनल हो गये थे। शूट करने की प्लानिंग थी, इसी समय सीआईडी सीजन 2 की घोषणा कर दी गयी। स्क्रिप्ट रेडी है, इंटरेस्टिंग स्क्रिप्ट है। भविष्य में सीआईडी पर फिल्म बनाने की योजना है।
दयानंद शेट्टी ने अपनी आने वाली परियोजना के बारे में बात करते हुये कहा कि अभी तो वह सीआईडी में हीं व्यस्त हैं। उन्होंने बताया कि इस शो में महीने में 26-27 दिन चले जाते हैं।उन्होंने बताया कि उनके प्रोडक्शन के बैनर तले बनीं फिल्म हैलो नॉक नॉक कौन है रेडी है। इस फिल्म में अभिजीत, जरीना बहाव, बरखा बिष्ट और सोनाली कुलकर्णी समेत कई शानदार कलाकार हैं। यह उनके प्रोडक्शन के बैनर तले बनीं दूसरी फिल्म है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व उन्होंने वर्ष 2023 में टुडु फिल्म बनायी थी। हैलो नॉक नॉक कौन है जल्द हीं ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज होगी।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट