सिंध प्रांत में चोलिस्तान परियोजना का विरोध, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने शाहबाज सरकार गिरने की चेतावनी दी…

सिंध प्रांत में चोलिस्तान परियोजना का विरोध, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने शाहबाज सरकार गिरने की चेतावनी दी…

इस्लामाबाद,। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में खैरपुर शहर के पास बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन कर रेलवे लाइन को जाम कर दिया। इसकारण पंजाब की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें रुक गईं। ये प्रदर्शन सिंधु नदी नहर परियोजना के खिलाफ हो रहा है। दक्षिण पंजाब की जमीन की सिंचाई के लिए पाकिस्तान सरकार ने चोलिस्तान परियोजना शुरू की है। इस योजना का देशभर में राजनीतिक दल विरोध कर रहे हैं।
शाहबाज सरकार की सहयोगी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने भी इसका कड़ा विरोध किया है। पीपीपी ने चेतावनी दी है कि अगर योजना रद्द नहीं हुई, तब शहबाज शरीफ की सरकार को गिरा सकते हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों और कुछ राष्ट्रवादी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने खैरपुर शहर के पास अपना विरोध जारी रखा और रेलवे लाइन को जाम कर दिया।
सिंध प्रांत में प्रदर्शनकारी और राजनीतिक पार्टियों के नेता जगह-जगह बड़ी सभाएं कर शहबाज शरीफ सरकार और उसकी सहयोगी पार्टी पीपीपी की आलोचना कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह योजना सिंध की उपजाऊ जमीन को रेगिस्तान में बदलने की साजिश है। नहर परियोजना के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध को वकीलों का भी समर्थन मिला है। सिंध प्रांत में वकीलों ने लगातार तीसरे दिन धरना दिया।
विरोध प्रदर्शन में लोगों ने कई घंटों तक रेल पटरी जाम कर दी थी, लेकिन बाद में रेल सेवा फिर से शुरू कर दी गई। हालांकि, नहर परियोजना के खिलाफ जारी प्रदर्शन और रैलियों की वजह से पूरे सिंध प्रांत में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जामशोरो, लरकाना, नौशहरो फिरोज, सुजावल, नवाबशाह और घोटकी जैसे बड़े शहरों और कस्बों में विरोध के चलते बाजार बंद रहे। कई जगहों पर लोगों ने सड़कों और राष्ट्रीय राजमार्गों को जाम कर दिया, जिससे सिंध और पंजाब के बीच आने-जाने का रास्ता बंद हो गया।
पाकिस्तानी सरकार ने ग्रीन पाकिस्तान इनिशिएटिव के तहत 3.3 अरब डॉलर की लागत से छह नहरों का निर्माण करने की योजना बनाई है, जिससे दक्षिण पंजाब में 12 लाख एकड़ कथित बंजर भूमि को सिंचित किया जाएगा। हालांकि, सिंध प्रांत ने इस फैसले पर कड़ा विरोध जताया है। सिंध सरकार को आशंका है कि इन नहरों के निर्माण से सिंधु नदी से उसके हिस्से का पानी कम हो जाएगा।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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