सामाजिक समरसता का मार्ग प्रशस्त करेगी जातिगत जनगणना : यादव…
सामाजिक समरसता का मार्ग प्रशस्त करेगी जातिगत जनगणना : यादव…

भोपाल, 01 मई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में आगामी जनगणना में जातिगत गणना को शामिल करने के निर्णय का अभिनंदन किया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी और कैबिनेट के सदस्यों का प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अंत्योदय के लिए संकल्पित केंद्र सरकार का यह एक ऐतिहासिक निर्णय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दशकों तक कई दलों ने जातिगत जनगणना का विरोध किया। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना सिर्फ आंकड़े नहीं होंगे, बल्कि देश के गरीब, पिछड़े, कमजोर और वंचित नागरिकों के जीवन में बदलाव के संवाहक बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से यह अभूतपूर्व निर्णय नए भारत में सामाजिक समरसता, समानता एवं सौहार्द का मार्ग प्रशस्त करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनगणना की सिर्फ घोषणा करना नहीं, बल्कि उसमें जातिगत गणना को शामिल करने का निर्णय आजादी के बाद किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया सबसे बड़ा और ऐतिहासिक फैसला है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार कई मायनों में अब तक की सरकारों से अलग और निर्णायक साबित हुई है। यह भी सच है कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार रही थी, लेकिन वह 24 दलों के गठबंधन से बनी थी। जबकि मोदी ने पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ सहयोगी दलों के साथ मिलकर देशहित में एक के बाद एक ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। यह वास्तव में युग परिवर्तन का समय है।
डॉ. यादव ने कहा कि देश के उन सारे विषयों को, जिनसे अतीत में समाज को पीड़ा हुई है, अब दूर करने का संकल्प इस सरकार ने लिया है। जातिगत जनगणना को जनगणना में जोड़ने का फैसला भी इसी दिशा में उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है। कैबिनेट के इस निर्णय से समता, समरसता, सुशासन और सामाजिक न्याय के एक नए युग की शुरुआत होगी। मैं इस निर्णय का पूर्ण समर्थन करता हूं। यह निर्णय वंचितों और पिछड़ों को नीति निर्माण की मुख्यधारा में लाकर “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के मंत्र को साकार करता है।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस, राहुल गांधी और अन्य विरोधी दल जो अब यह कह रहे हैं कि यह निर्णय उनके दबाव में लिया गया, वे भूल जाते हैं कि उनके पूर्वज दशकों तक सत्ता में रहे। उनके नाना, पिता और मां की सरकारों ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। तब वे निर्णय क्यों नहीं ले पाए? अब झूठे दावे कर जनता को गुमराह करना चाह रहे हैं, लेकिन देश की जनता सब जानती है। हर बार कांग्रेस और विपक्ष की दोहरी नीति की पोल खुली है। आज अगर कोई नेतृत्व है जो पूरे देशहित में कठोर और साहसिक निर्णय लेने की क्षमता रखता है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। मैं मानता हूं कि यह समय की आवश्यकता थी और मोदी वह सभी निर्णय ले रहे हैं जो युग परिवर्तन का आधार बनेंगे और जिन्हें आने वाली पीढ़ियां इतिहास में याद रखेंगी।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट