सरकार को आर्थिक वृद्धि के लिए खेल उद्योग का लाभ उठाना चाहिए: रिपोर्ट.
सरकार को आर्थिक वृद्धि के लिए खेल उद्योग का लाभ उठाना चाहिए: रिपोर्ट.
नई दिल्ली, 03 दिसंबर । सरकार को आर्थिक वृद्धि के लिए खेल उद्योग का लाभ उठाने के लिए एक मॉडल विकसित करने तथा खेल से संबंधित बुनियादी ढांचे, आयोजनों और संबंधित वस्तुओं व सेवाओं में अधिक निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए नीतियां तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
‘भारत में खेलों का भविष्य’ शीर्षक वाली नांगिया नेक्स्ट-फिक्की नॉलेज रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया कि सरकार निजी क्षेत्र को कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) गतिविधियों के एक हिस्से के रूप में प्रतिभा विकास को समर्थन देने के लिए बड़े पैमाने पर समग्र खेल कार्यक्रमों को वित्तपोषित करने के लिए प्रोत्साहन दे सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘भारत सरकार को आर्थिक वृद्धि के लिए खेल उद्योग का लाभ उठाने के लिए एक मॉडल विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, साथ ही भारतीय एथलीट की उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता विकसित करनी चाहिए।’’
इसमें सुझाव दिया गया कि सरकार को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं तथा खेल आयोजनों के लिए सक्रिय रूप से बोली लगानी चाहिए और उनकी मेजबानी करनी चाहिए। साथ ही शीतकालीन और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देकर कई राज्यों में खेल पेशकशों में विविधता लाई जा सकती है, जिससे खेल पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
नांगिया नेक्स्ट-फिक्की नॉलेज रिपोर्ट में कहा गया, भारतीय खेल उद्योग गतिशील वृद्धि के दौर से गुजर रहा है, जिसके 2020 में 27 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2027 तक 100 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट