वैश्विक रुख का बाजार पर रहेगा असर…
वैश्विक रुख का बाजार पर रहेगा असर…
मुंबई, 03 नवंबर। मध्य-पश्चिम में तनाव कम होने, भारत-चीन संबंधों में सुधार की उम्मीद, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के मजबूत निवेश प्रवाह की बदौलत बीते सप्ताह करीब आधे प्रतिशत की तेजी में रहे सेंसेक्स और निफ्टी पर अगले सप्ताह वैश्विक रुख का असर रहेगा।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 321.83 अंक अर्थात 0.4 प्रतिशत की तेजी के साथ सप्ताहांत पर 79724.12 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 123.55 अंक यानी 0.51 प्रतिशत उछलकर 24304.35 अंक पर बंद हुआ।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में अधिक लिवाली हुई। इससे मिडकैप 831.6 अंक अर्थात 1.82 प्रतिशत मजबूत होकर सप्ताहांत पर 46284.43 अंक और स्मॉलकैप 3286.94 अंक यानी 6.3 प्रतिशत की छलांग लगाकर 55622.60 अंक हो गया।
विश्लेषकों के अनुसार, घरेलू बाजार ने बीते सप्ताह त्योहारी सीजन के साथ सकारात्मक बदलाव के शुरुआती संकेत दिखाए। डीआईआई के लगातार जारी निवेश और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से इस तेजी को बल मिला। मध्य-पश्चिम में तनाव कम होने और भारत-चीन संबंधों में सुधार की उम्मीदों से बाजार की धारणा और मजबूत हुई।
इसके अलावा सितंबर के लिए कोर इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट आंकड़ों में सुधार ने इंफ्रा और कैपिटल गुड्स शेयरों को समर्थन प्रदान किया। हाल ही में तेज सुधार के बाद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सौदेबाजी देखी गई। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भी निचले स्तरों पर कुछ खरीददारी हुई।
वहीं, कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के सुस्त नतीजे और संभावित आय कटौती पर चिंताओं के दबाव में मंदी की भावना के कारण बाजार में सुधार अल्पकालिक था। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में सरकारी खर्च में सुस्ती रही। हालांकि दूसरी छमाही में तेजी की उम्मीद है लेकिन वर्ष के लिए समग्र विकास मध्यम रहने की संभावना है।
चीन की ओर सामरिक बदलाव के कारण एफआईआई द्वारा आक्रामक बिक्री ने घरेलू बाजार की अपील को प्रभावित किया है, जो पहले से ही कंपनियों की कमजोर आय और प्रीमियम मूल्यांकन से प्रभावित था। एफआईआई के रुख में किसी भी बदलाव के लिए घरेलू कॉर्पोरेट आय में सुधार और उचित मूल्यांकन को हासिल करने की जरूरत होगी। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और फेडरल रिजर्व की अगली बैठक में ब्याज दर निर्णय से पहले बाजार भी मजबूत हो रहे हैं।
बीते सप्ताह शेयर बाजार में तीन दिन तेजी जबकि दो दिन गिरावट रही। एशियाई बाजारों की तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर धातु, रियल्टी, कमोडिटीज, हेल्थकेयर और दूरसंचार समेत सत्रह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 602.75 अंक की छलांग लगाकर 80,005.04 अंक और निफ्टी 158.35 अंक उछलकर 24,339.15 अंक पर पहुंच गया।
विश्व बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर वित्तीय सेवाएं, इंडस्ट्रियल्स, यूटिलिटीज, रियल्टी और बैंकिंग समेत चौदह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत मंगलवार को सेंसेक्स 363.99 अंक की छलांग लगाकर 80,369.03 अंक और निफ्टी 127.70 अंक की तेजी के साथ 24,466.85 अंक पर बंद हुआ।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की अनिश्चितताओं को लेकर विश्व बाजार में आई गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम से इंफ़ोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एनटीपीसी और टाटा स्टील समेत उन्नीस दिग्गज कंपनियों में हुई बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स 426.85 अंक लुढ़ककर 79,942.18 अंक निफ्टी 126.00 अंक की गिरावट लेकर 24,340.85 अंक पर आ गया।
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक की पैतृक कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म तथा माइक्रोसॉफ्ट दोनों के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की लागत बढ़ने की चेतावनी देने से विश्व बाजार में आई गिरावट के दबाव के बीच स्थानीय स्तर पर साप्ताहिक वायदा सौदा निपटान के दिन गुरुवार को निवेशकों की आईटी, टेक, सर्विसेज, बैंकिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स समेत तेरह समूहों में हुई बिकवाली से दोनों मानक सूचकांक सेंसेक्स एवं निफ्टी धड़ाम हो गए। सेंसेक्स 553.12 अंक का गोता लगाकर 79,389.06 अंक और निफ्टी 135.50 अंक गिरकर 24,205.35 रह गया।
दीपावली के शुभ अवसर पर शुक्रवार शाम मुहूर्त कारोबार में हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत सेंसेक्स 335.06 अंक की तेजी के साथ 79,724.12 अंक पर पहुंच गया। साथ ही निफ्टी 99.00 अंक की मज़बूती के साथ 24,304.35 अंक पर बंद हुआ।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट