मुल्लापेरियार बांध : उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक बुलाने की मांग की
मुल्लापेरियार बांध : केरल ने उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक बुलाने की मांग की
इडुक्की (केरल), 02 दिसंबर। केरल सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि तमिलनाडु ने मुल्लापेरियार बांध के शटर खोल दिए और बिना उचित सूचना और एहतियाती चेतावनी के पानी छोड़ दिया। साथ ही कहा कि उच्चाधिकार प्राप्त समिति को इस मामले पर चर्चा के लिए तत्काल बैठक करनी चाहिए।
केरल के जल संसाधन मंत्री रोशी ऑगस्टाइन ने कहा कि पड़ोसी राज्य तमिलनाडु द्वारा नियम का पालन नहीं करना अदालत की अवमानना है और अगली बार सुनवाई में इसे शीर्ष अदालत के ध्यान में लाया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि रात में अचानक पानी छोड़े जाने से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। केरल सरकार इस मुद्दे को बेहद गंभीरता से ले रही है और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन जल्द से जल्द तमिलनाडु के समक्ष इस मामले को उठाएंगे।
ऑगस्टाइन ने कहा कि लोगों के हितों के खिलाफ तमिलनाडु की ओर से अप्रत्याशित कदम उठाया गया। मंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्य द्वारा नियमों के सभी उल्लंघनों को उचित साक्ष्य और डेटा के साथ शीर्ष अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य चाहता है कि इस मामले पर चर्चा करने के लिए उच्चाधिकार प्राप्त समिति तत्काल बैठक बुलाए।
जल स्तर 142 फीट तक पहुंचने के कारण तमिलनाडु द्वारा बुधवार रात मुल्लापेरियार बांध के दस शटर 60 सेंटीमीटर ऊपर उठा दिए गए थे। इसमें से सात शटर बाद में बंद कर दिए गए थे।
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