मध्यप्रदेश : अब ‘अग्नि’ और ‘वायु’ भी दिखाएंगे कूनो की धरती पर रफ्तार…

मध्यप्रदेश : अब ‘अग्नि’ और ‘वायु’ भी दिखाएंगे कूनो की धरती पर रफ्तार…

भोपाल, श्योपुर,। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान की धरती पर अब चीता ‘अग्नि’ और ‘वायु’ भी अपनी रफ्तार दिखाएंगे।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कल चीता दिवस पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से बताया, ‘अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस पर कूनो को मिली दो चीतों की सौगात। कूनो नेशनल पार्क में चीते ‘अग्नि’ और ‘वायु’ को स्वतंत्र वन क्षेत्र में छोड़ा गया। चीतों के साथ मध्यप्रदेश में पर्यटन भी भरेगा तेज रफ्तार…।’
दरअसल कल इन दोनों चीतों को वन क्षेत्र में छोड़ा गया। डॉ यादव ने इन दोनों से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पूरे देश में वन्यजीवों के लिए एक आदर्श स्थान है। इसी कारण मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट बना है। चीते हमारे प्रदेश ही नहीं देश की धरोहर हैं। इस नाते इस धरोहर को हमें संभालकर रखना है। चीतों से हमारा ऐसा ही आत्मीय स्नेह बना रहे।
वहीं मुख्यमंत्री ने बाघों के संदर्भ में कहा कि भारत के सभी राज्यों में जितने टाइगर नहीं हैं उससे अधिक संख्या में मध्यप्रदेश में हैं, जो एक रिकार्ड है। राज्य सरकार ने दो दिन पहले ही टाइगर रिजर्व को मंजूरी दी है। रातापानी टाइगर रिजर्व 8वें क्रम पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार माधव टाइगर पार्क के लिए भी जल्द ही आवश्यक मंजूरी देने जा रही है।
उन्होंने कहा कि लगभग सौ साल पहले चीता मध्यप्रदेश ही नहीं पूरे देश या एशिया से भी विलुप्त हो गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से हमने अन्य महाद्वीप से लाकर इस प्राणी को अपने यहां बसाने का अभियान शुरू किया। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि मध्यप्रदेश में चीतों का परिवार फल-फूल रहा है। अब उनकी नई पीढ़ी आंखें खोल कर आगे बढ़ रही है।
डॉ यादव ने कहा कि इस प्रयोग से आगे चलकर यह संभव होगा कि अन्य राज्य भी भागीदार बन सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चीता दिवस के अवसर पर आनंद के क्षणों के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी को बधाई देना चाहते है जिनके प्रयासों से हमें यह चीता प्रोजेक्ट मिला।
वहीं कल अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस के अवसर पर श्योपुर जिले के विभिन्न हिस्सों में कूनो राष्ट्रीय उद्यान द्वारा चीता-मित्रों की रैलियों का आयोजन किया गया। इस अवसर को यादगार बनाने के लिये भारतीय भूमि पर चीतों के रोचक छायाचित्रों से भरपूर कूनो राष्ट्रीय उद्यान के ऑफीशियल कैलेण्डर-2025 का विमोचन पालपुर में किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस पर एक लघु फिल्म जारी की गयी। फिल्म में चीता परियोजना के पिछले 2 वर्षों की झलक दिखायी गयी। नेशनल पार्क के अंतिम विस्थापित ग्राम बागचा की एक वीडियो स्टोरी भी जारी की गयी।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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