भारत में थीमैटिक फंड्स ने बीते साल शुद्ध संग्रह में 488 प्रतिशत वृद्धि की दर्ज…
भारत में थीमैटिक फंड्स ने बीते साल शुद्ध संग्रह में 488 प्रतिशत वृद्धि की दर्ज…

मुंबई, । पिछले साल थीमैटिक फंड्स ने शुद्ध संग्रह (नेट कलेक्शन) में 488 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की। सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स ने संग्रह में 1,09,711 करोड़ रुपये हासिल किए, जो कि कुल शुद्ध संग्रह का 34 प्रतिशत रहा। बुधवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
वेंचुरा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में कुल शुद्ध संग्रह में मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी ने कुल मिलाकर 56 प्रतिशत का योगदान दिया, इसके बाद एफएमसीजी ने 9 प्रतिशत, बिजनेस साइकिल ने 6 प्रतिशत और पीएसयू ने 5 प्रतिशत का योगदान दिया।
सेक्टोरल और थीमैटिक स्कीम के तहत, बिजनेस साइकिल फंड का शुद्ध संग्रह 2023 में 103 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024 में 6,841 करोड़ रुपये रहा।
एनर्जी सेक्टर ने 2023 में 470 करोड़ रुपये की तुलना में 2024 में 23,964 करोड़ रुपये एकत्र किए।
पिछले साल लार्ज कैप के तहत शुद्ध संग्रह 2023 में -3,768 करोड़ रुपये की तुलना में 17,404 करोड़ रुपये रहा।
कैलेंडर ईयर 2024 में मल्टी कैप और फ्लेक्सीकैप के तहत शुद्ध संग्रह क्रमशः 37,649 करोड़ रुपये और 36,231 करोड़ रुपये रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्मॉल कैप के तहत शुद्ध संग्रह 2023 में 45,270 करोड़ रुपये की तुलना में 2024 में घटकर 29,555 करोड़ रुपये रह गया।
घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5.27 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध इक्विटी प्रवाह (नेट इक्विटी इनफ्लो) दर्ज किया, जिसमें अक्टूबर में 1.07 लाख करोड़ रुपये का उच्च प्रवाह देखा गया।
डीआईआई का शुद्ध इक्विटी प्रवाह 2023 की तुलना में लगभग तीन गुना हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में एफआईआई के हाई आउटफ्लो के बावजूद, डीआईआई ने महीने के लिए अपने रिकॉर्ड इक्विटी प्रवाह के साथ स्थिति को बैलेंस करने में मदद की।
रिपोर्ट में बताया गया, “सभी कैटेगरी ने लगातार दूसरे वर्ष दोहरे अंकों में सकारात्मक रिटर्न हासिल किया। फार्मा 40.5 प्रतिशत रिटर्न के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर रहा, जबकि बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस में सबसे कम 11.5 प्रतिशत रिटर्न रहा।”
2024 में निवेश क्षेत्र में उभरते हुई बाजार की भावना दिखाई दी, जिसमें थीमैटिक इंवेस्टमेंट में वृद्धि, एफआईआई और डीआईआई फ्लो में अंतर और बड़े सेक्टोरल शिफ्ट शामिल रहे।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट