बच्चों को सिखाने वाले दस अच्छे आचरण…
बच्चों को सिखाने वाले दस अच्छे आचरण…
एक पेरेंट होने के नाते जब हमारे घर में बच्चों का आगमन होता है तो हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। हम अपने बच्चे को अच्छी परवरिश देना चाहते हैं। पर कई बार हम इन बातों को नजरअंदाज कर देते हैं कि बच्चों को अच्छे आचरण और शालीन व्यवहार सिखाना भी हमारा ही फर्ज है। आज का बच्चा कल देश का नागरिक बनेगा। अगर उन्हें अच्छे आचरण के बारे में नहीं बताया गया तो वह समाज में एक अभद्र व्यक्ति और खराब व्यवहार के साथ बड़ा होगा। नीचे हम आपको 10 ऐसे आचरण के बारे में बता रहे हैं, जो आपको अपने बच्चे को जरूर सिखाना चाहिए। यह परवरिश का ही एक हिस्सा है, ताकि वह आगे चलकर समाज का एक अच्छा इंसान बन सके।
बड़ों का सम्मान:- बड़ों का सम्मान एक ऐसा आचरण है जो धीरे-धीरे समाज से खत्म हो रहा है। एक समय था जब उम्र में छोटे लोग बड़ों के सामने बैठते तक नहीं थे। अपने बच्चे को अच्छे आचरण सिखाते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें।
माफी मांगना:- किसी को सॉरी कहने का यह मतलब नहीं कि आप कमजोर हैं, बल्कि यह आपके मजबूत चरित्र को दर्शाता है। बच्चे के लिए आप खुद मिसाल बनें और उन्हें सिखाएं कि रिश्ते बहस से बढ़ कर होते हैं।
खाने के तौर-तरीके:- अपने बच्चे को खाने के तौर तरीके सिखाना न भूलें। युवावस्था में उन्हें जो चीजें सिखाई जाएगी वह उनके साथ जीवन भर रहेगी। इससे व्यक्ति के चरित्र का पता चलता है। साथ ही यह एक सामाजिक शिष्टाचार भी है।
जुबान चलाना:- बच्चे की परवरिश के दौरान हम कई बार कठोरता से पेश आते हैं। ऐसे में काफी स्वाभाविक है कि बच्चे भी जुबान चलाने लगते हैं। लेकिन हमें बच्चों को बताना चहिए कि यह एक खराब आचरण है और यह पेरेंट के प्रति असम्मान भी दर्शाता है।
प्लीज एंड थैंक यू:- कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जो प्लीज और थैंक यू नहीं कहते हैं। बच्चों को ऐसा कहना जरूर सिखाएं और उनके लिए खुद एक उदाहरण बनें।
गुंडा-बदमाश से रहे दूर:- हर स्कूल में एक दो गुंडा बदमाश जैसे लड़के होते हैं। अगर हम उनसे नफरत करते हैं तो हमें अपने बच्चों को भी उनसे दूर रहने की नसीहत देनी चाहिए। उन्हें दूसरों को समझना और उनका सम्मान करना सिखाएं।
बराबरी:- बच्चों की परवरिश के दौरान उन्हें बताएं कि वह लोगों के रंग, नस्ल और लिंग के आधार पर किसी तरह का भेदभाव न करे। उन्हें अपनी जिंदगी के जरिए ये सिखाएं कि हर किसी को बराबरी का हक होता है। बच्चे को सिखाने का यह एक महत्वपूर्ण आचरण है।
दूसरों के साथ खुद जैसा व्यवहार करें:- बच्चों को सिखाएं कि वह खुद के साथ जिस तरह का व्यवहार करता है, दूसरों के साथ भी वैसा ही व्यवहार करे। इससे कोई भी उनके साथ बुरा बर्ताव नहीं करेगा। इससे बच्चा हर अच्छे सामाजिक गुणों के साथ बड़ा होगा।
दूसरों की प्रशंसा करें:- पेरेंट को बच्चे के अच्छे व्यवहार और तरह-तरह के प्रयासों की प्रशंसा करनी चाहिए। इससे बच्चा दूसरों की प्रशंसा करना सीखेगा। पर उन्हें यह भी सिखाएं कि वह किसी की झूठी प्रशंसा न करे।
कमजोरों की मदद करें:- बच्चे आपका ही अनुसरण करते हैं। अपने बच्चे को अच्छे आचरण और नैतिक मूल्य सिखाएं। उन्हें कमजोर और जरूरतमंदों के प्रति दया भाव रखना सिखाएं।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट