पिकासो के प्रतिष्ठित चित्रपट ‘ग्वेर्निका’ की संयुक्त राष्ट्र में वापसी

पिकासो के प्रतिष्ठित चित्रपट ‘ग्वेर्निका’ की संयुक्त राष्ट्र में वापसी

संयुक्त राष्ट्र, 06 फरवरी। स्पेन के मशहूर चित्रकार पाब्लो पिकासो के प्रतिष्ठित चित्रपट ‘‘ग्वेर्निका’’ की शनिवार को संयुक्त राष्ट्र में वापसी हो गई। पिकासो की इस कलाकृति को कई कला समीक्षक इतिहास में सबसे शक्तिशाली युद्ध-विरोधी चित्रकारी मानते हैं। यह चित्रकारी एक साल से संयुक्त राष्ट्र में नहीं थी, जिससे संयुक्त राष्ट्र के कई राजनयिक और कर्मचारी नाराज और निराश थे।

इस कलाकृति के लिए एटेलियर जे. डे ला बॉम-दुर्बाक द्वारा बनाए गए चित्रपट को सुरक्षा परिषद के बाहर शनिवार को फिर से लटका दिया गया, जो संयुक्त राष्ट्र का सबसे शक्तिशाली निकाय है। इस पर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा सुनिश्चित

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करने की जिम्मेदारी है। जिस दीवार पर यह चित्रपट लटका हुआ था वह फरवरी 2021 से खाली थी। चित्रपट को अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति और न्यूयॉर्क के गवर्नर नेल्सन रॉकफेलर ने 1984 में संयुक्त राष्ट्र को भेंट किया था।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्व संस्था की स्थापना के बाद रॉकफेलर परिवार ने संयुक्त राष्ट्र परिसर के निर्माण के लिए भूमि दान की। जब 2009 में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मरम्मत का काम हुआ, तब चित्रपट को सुरक्षित रखने के लिए इसे रॉकफेलर फाउंडेशन को वापस कर दिया गया था। सितंबर 2013 में नवीनीकरण कार्य के पूरा होने पर इसे फिर से स्थापित किया गया था। दिवंगत नेल्सन रॉकफेलर के पुत्र नेल्सन ए रॉकफेलर ने पिछले साल इस चित्रपत को संयुक्त राष्ट्र से वापस ले लिया था, लेकिन फरवरी 2021 में इसे संयुक्त राष्ट्र को पुन: लौटा दिया गया।

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