तेरी याद रुला गई -हरीश कुमार अमित-

तेरी याद रुला गई -हरीश कुमार अमित- शोलों की आंच दिल को पूरा जला गई जब भी आई याद तेरी मुझ को रुला गई कटती रही यह जिंदगी तेरे बगैर कुछ यूं सांसों में मौत जैसे अपनी आहट मिला गई, मजबूरियां जिंदगी की बढ़ती गईं इतनी हर सांस जिंदगी में और जहर मिला गई आई … Continue reading तेरी याद रुला गई -हरीश कुमार अमित-