तेजस्वी सूर्या नेघर वापसी संबंधी अपने विवादित बयान को वापिस लिया
तेजस्वी सूर्या नेघर वापसी संबंधी अपने विवादित बयान को वापिस लिया
बेंगलुरू, 27 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने घर वापसी संबंधी अपने विवादित बयान को सोमवार को वापिस ले लिया।
उन्होंने कहा उडुपी के श्रीकृष्णा मठ में दो दिन पहले मैंने भारत में हिन्दू पुनरूद्धार के मसले पर जो बयान दिया था मुझे उसका खेद है और उसकी वजह से काफी विवाद भी हुआ है। इसे देखते हुए मैं इस बयान को बिना किसी शर्त के वापिस लेता हूं।
उन्होंने दो दिन पहले 25 दिसंबर को एक कार्यक्रम में कहा था जिन हिन्दुओं ने अन्य धर्मों को अपना लिया है उन्हें वापिस लाए जाने की आवश्यकता है और जिन लोगों ने इस्लाम तथा इसाई धर्म को अपना लिया था उनकी घर वापसी सुनिश्चित करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा था जिन लोगों ने पाकिस्तान जाकर इस्लाम धर्म अपना लिया है उन्हें भी इस धारा में वापिस लाया जाना चाहिए और चीन तथा जापान जा चुके लोगों को भी सनातन धर्म में वापिस लाया जाना चाहिए। हिन्दू धर्म को पुनर्जीवित किया जाना चाहिए।
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तेजस्वी ने कहा था संसार में ऐसा कुछ नहीं है जो संभव नहीं है और घर वापसी के इस कार्यक्रम को पड़ोसी गांवों में भी शुरू किया जाना चाहिए। सपने बड़े होने चाहिए। देश में राम मंदिर का निर्माण हो चुका है और कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति हो चुकी है। पाकिस्तान में जिन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया था उन सभी लोगों को हिन्दू धर्म में वापिस लाया जाना है और इस दिशा में धार्मिक मठों तथा मंदिरों को पहल करनी चाहिए।
उन्होंने कहा था यह बदलाव हमारे डीएनए में आना चाहिए और यही एक मात्र रास्ता है क्योंकि हजारों वर्षों से हिन्दुओं को बल पूर्वक, धोखे से, लालच देकर उनके मूल धर्म से अलग कर दिया गया था और इस विसंगति को दूर करने का एकमात्र उपाय यही है कि सामाजिक-राजनीतिक -आर्थिक कारणों से जो अपने मूल धर्म से दूर चले गए थे उन्हें वापिस लाया जाना चाहिए।
तेजस्वी ने कहा था कि हमें इस दिशा में क्या करना चाहिए? प्रत्येक मंदिर को अन्य धर्मों को अपना चुके लोगों को वापिस लाने का लक्ष्य तय करना चाहिए। इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना की गई थी।
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