जायसवाल के कमेंट ने स्टार्क को अपनी बेस्ट गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित किया : पोंटिंग

जायसवाल के कमेंट ने स्टार्क को अपनी बेस्ट गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित किया : पोंटिंग

दुबई, 12 दिसंबर। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट के दौरान भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल की एक मजाकिया टिप्पणी ने मिशेल स्टार्क को दूसरे टेस्ट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए प्रेरित किया।

पहले टेस्ट में, पर्थ में, जायसवाल ने दूसरी पारी में शानदार 161 रन बनाए। अपनी पारी के दौरान उन्होंने मिशेल स्टार्क से मज़ाक में कहा कि “तुम बहुत धीमा गेंद डाल रहे हो।” इस टिप्पणी पर स्टार्क ने हल्की मुस्कान दी, लेकिन दूसरे टेस्ट में एडिलेड में पहले ही गेंद पर जायसवाल को शून्य पर आउट कर अपनी जीत की कहानी लिख दी।

पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू एपिसोड में इस घटना पर चर्चा करते हुए कहा कि जायसवाल की इस टिप्पणी ने स्टार्क को और बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, “मिशेल स्टार्क बहुत शांत स्वभाव के हैं। वह ज्यादा घबराते नहीं, और अगर कोई बल्लेबाज कुछ कह भी दे, तो वो अक्सर मुस्कान के साथ जवाब देते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि उनकी ये मुस्कान उनके भीतर की आग को छुपाती है। उन्होंने एडिलेड में शानदार गेंदबाजी की।”

34 साल के मिशेल स्टार्क आधुनिक क्रिकेट के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उनके नाम सभी प्रारूपों में 692 विकेट हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए लगभग हर बड़ा खिताब जीता है, जिसमें दो आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप (2015 और 2023), टी20 वर्ल्ड कप (2021), और आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (2023) शामिल हैं।

पोंटिंग ने स्टार्क की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने खेल के हर प्रारूप में खुद को कैसे ढाल लिया है, यह काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में वह शायद अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। उनकी गेंदबाजी में अब स्थिरता ज्यादा है और उनकी गति भी पहले जैसी है। वह पहले 150 किमी/घंटा से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते थे, और अब भी वह 140-145 किमी/घंटा की गति से लगातार अच्छा कर रहे हैं।”

पोंटिंग ने आगे कहा, “मैं उनके पर्थ और एडिलेड में पहले स्पैल से बेहद प्रभावित हुआ। खासतौर पर एडिलेड में उनकी गुलाबी गेंद के साथ गेंदबाजी अद्भुत थी। उनकी गुलाबी गेंद से सफलता का एक कारण यह है कि गुलाबी गेंद का व्यवहार सफेद गेंद जैसा है। और हम जानते हैं कि सफेद गेंद के साथ स्टार्क का रिकॉर्ड कितना शानदार है। यही वजह हो सकती है।”

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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