छोटे शहर रियल एस्टेट के लिए बने विकास के चालक; 60 प्रमुख शहरों में इतने रुपये में बिके 6.81 लाख मकान,..

छोटे शहर रियल एस्टेट के लिए बने विकास के चालक; 60 प्रमुख शहरों में इतने रुपये में बिके 6.81 लाख मकान,..

नई दिल्ली, 09 मार्च । देश भर में रियल एस्टेट में जबरदस्त तेजी है। 2024 में 60 प्रमुख शहरों में 7.5 लाख करोड़ रुपये के कुल 6.81 लाख मकान बिके हैं। क्रेडाई और लियासेस फोरास की रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे और तीसरे स्तर के शहर अब रियल एस्टेट के लिए विकास के चालक बन रहे हैं। ऐसे में आने वाले समय में इनकी भूमिका और बढ़ेगी। रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में डेवलपरों ने 3,294 एकड़ भूमि अधिग्रहित की। इनमें से 44 फीसदी जमीन छोटे शहरों में थी। इससे पता चलता है कि निवेश की पद्धति में अब बदलाव आ रहा है। यह आंकड़ा इन शहरों की दीर्घकालिक आर्थिक और बुनियादी ढांचे की वृद्धि क्षमता को दर्शाता है।

रिपोर्ट से पता चलता है कि लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी यानी महंगे और बहुत महंगे मकानों की बिक्री जमकर हो रही है। कुल बिक्री में इनका योगदान 71 फीसदी हो गया है। एक से दो करोड़ रुपये वाली प्रॉपर्टी में 52 फीसदी की तेजी आई है। इस तरह के कुल 1.33 लाख मकान बिके हैं। दो करोड़ रुपये से अधिक की कीमत वाले मकानों की बिक्री 73 फीसदी बढ़ी है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र का कुल मूल्य 22.5 लाख करोड़ हो गया है। यह भारत की जीडीपी में 7.2 फीसदी का योगदान करता है। दूसरे और तीसरे स्तर के शहर इसमें प्रमुख योगदान दे रहे हैं। लखनऊ, जयपुर और भुवनेश्वर जैसे शहरों में स्थिर मूल्य वृद्धि देखी जा रही है। 30-50 लाख रुपये कीमत वाले पहली बार घर खरीदने वालों और निवेशकों को आकर्षित करने वाले प्रमुख शहर अहमदाबाद, पुणे, इंदौर और कोयंबटूर रहे हैं।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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