कुशीनगर के विकास के साथ-साथ आधारभूत संरचना का विकास ही नहीं बल्कि रोजगार सृजन व स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देना : एशियन डेवेलपमेंट बैंक..

कुशीनगर के विकास के साथ-साथ आधारभूत संरचना का विकास ही नहीं बल्कि रोजगार सृजन व स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देना : एशियन डेवेलपमेंट बैंक..

कुशीनगर, । जनपद कुशीनगर में पर्यटन के नए आयाम विकसित करने हेतु आज शनिवार को जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के साथ एशियन डेवलपमेंट बैंक की टीम की बैठक लोटस होटल कुशीनगर में सम्पन्न हुई। एशियन डेवेलपमेंट बैंक की टीम के सदस्य नोरिओ साइटो, ना वोन किम तथा संजय सक्सेना ने जिलाधिकारी के साथ जनपद कुशीनगर में पर्यटन के उच्च स्तरीय विकास हेतु आधारभूत संरचनाओं के विकास के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था तथा स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजन के संदर्भ में चर्चा की। इस संदर्भ उनके द्वारा जिलाधिकारी को कुशीनगर में पर्यटन विकास हेतु कुछ मॉडल और उच्चस्तरीय डिजाइन भी दिखाये गए। जिसमें पर्यटकों के लिए इलेक्ट्रिक बस, इलेक्ट्रिक रिक्शा, पर्यटक सूचना केंद्र, पर्यटक पुलिस स्टेशन, कुशीनगर पर्यटन स्थल को प्राकृतिक रूप देना, पर्यटन के विकास के साथ-साथ स्थानीय व भारतीय संस्कृति को भी बढ़ावा देने हेतु भारतीय परिधान, स्थानीय उत्पादों की बिक्री, लोकल ब्रांडिंग आदि के संदर्भ में भी टीम द्वारा बताया गया। जिलाधिकारी द्वारा टीम को बताया गया कि कुशीनगर भगवान बुद्ध से संबंधित एक महत्वपूर्ण स्थल होने के कारण अंतरराष्ट्रीय महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य है कि कुशीनगर में पर्यटन का विकास इस प्रकार किया जाए कि जो भी घरेलू व अंतरराष्ट्रीय पर्यटक यहां आते हैं वे यहां आकर कुछ दिनों का ठहराव करें। उन्होनें कहा कि कुशीनगर में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को विकसित करने की जरूरत है जिसके अंतर्गत घरेलू पर्यटकों के लिए बजट का होटल होना चाहिए, आधारभूत संरचनाओं में हिरणयावती नदी रिवरफ्रंट का विकास करना, तीर्थ यात्रियों के ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था, परिवार के साथ आने वाले पर्यटकों के लिए भी सुविधाएं, पर्यटकों हेतु प्रशिक्षित गाइड हेतु विशेषज्ञों की सहायता से टूरिस्ट गाइड का एक बैच तैयार किया जाना, एक जनपद एक उत्पाद के तहत जनपद में केला को बढ़ावा दिए जाने हेतु यह सोचा जाए कि कैसे इन कृषको को पर्यटन से लिंक किया जा सकता है। केले का संबंध भगवान बुद्ध के जीवन से होने के कारण भी इस को प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध जब वैशाली से कुशीनगर आ रहे थे तब जिन जिन रास्तों से होकर गुजरे थे उन रास्तों का विकास होना चाहिये, स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन, स्थानीय लोगो के लिए रोजगार सृजन आदि की जरूरत है। इस क्रम में उन्होंने पर्यटन के विकास हेतु कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की भी बात की जैसे पर्यटकों हेतु पावनागर से कुशीनगर हेतु मिनी बस, लेज़र शो आदि। एशियन डेवलपमेंट बैंक की टीम ने कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ आधारभूत संरचना का विकास ही नहीं बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन व स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देना है। इस क्रम में उनके द्वारा कहा गया कि स्वच्छता को फोकस किया जाएगा। बुद्धिस्ट सर्किट अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है अतः पर्यटन विकास हेतु पर्यटन स्थलों के लिए एक उच्चस्तरीय डिजाइन होना चाहिए। निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल रखा जाना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र मिश्रा, पर्यटन सूचना अधिकारी प्राण रंजन आदि उपस्थित रहे।

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