कांग्रेस नेताओं के बीच सार्वजनिक झगड़े की घटनाओं को मुख्यमंत्री बघेल ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया
कांग्रेस नेताओं के बीच सार्वजनिक झगड़े की घटनाओं को मुख्यमंत्री बघेल ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया
रायपुर, 31 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक रूप से कांग्रेस नेताओं के बीच हाथापाई की घटनाओं के मद्देनजर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को कहा कि इस तरह के वाकये दुर्भाग्यपूर्ण हैं और पार्टी को इनका संज्ञान लेना चाहिए।
यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में कार पार्किंग को लेकर हुए एक विवाद के बाद शनिवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव सुशील सन्नी अग्रवाल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया। झगड़े के समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और मीडियाकर्मी मौजूद थे। उत्तर प्रदेश के लिए रवाना होने से पहले बघेल ने यहां स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
वन्य प्राणियों के अवयवों की तस्करी के आरोप में 6 गिरफ्तार
पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। यह नहीं होना चाहिए था। संगठन को संज्ञान लेना चाहिए।” इससे पहले पिछले सप्ताह जशपुर जिले में कांग्रेस के एक सम्मेलन के दौरान कांग्रेस नेताओं के बीच झड़प हो गयी थी। बघेल और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बीच कथित सत्ता साझेदारी के समझौते के मुद्दे पर विवाद हुआ था।
ऐसी ही एक घटना में पिछले महीने बिलासपुर की कांग्रेस इकाई ने एक पार्टी विधायक को इसलिए निष्कासित करने की मांग की थी क्योंकि उन्होंने सिंहदेव के एक समर्थक के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करने पर प्रदर्शन किया था।
बघेल ने अपने उत्तर प्रदेश दौरे के बारे में संवाददाताओं से कहा कि वहां जनता में योगी आदित्यनाथ को लेकर असंतोष है। उन्होंने बताया कि वह गोरखपुर में एक किसान रैली को संबोधित करेंगे जिसे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी संबोधित करेंगी।
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
वन्य प्राणियों के अवयवों की तस्करी के आरोप में 6 गिरफ्तार