कांग्रेस को समझना चाहिए कि देश पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व हो गया है : बी.एल संतोष
कांग्रेस को समझना चाहिए कि देश पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व हो गया है : बी.एल संतोष
नई दिल्ली, 08 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी एल संतोष ने पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा है कि इन्हें अब यह समझ लेना चाहिए कि देश पहले से कहीं अधिक परिपक्व हो गया है।
प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर जिम्मेदारी स्वीकार करने की बजाय कांग्रेस के नेताओं द्वारा लगातार अलग-अलग तरह के दिए जा रहे बयान को लेकर निशाना साधते हुए बी एल संतोष ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस लगातार इस मामले में पंजाबी, पंजाबियत और दलित एंगल को लाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा दिए जा रहे बयानों को निचले स्तर की बयानबाजी तक करार दे दिया।
दरअसल, प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक को भी एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया गया है। पंजाब सहित देश के 5 राज्यों में विधान सभा चुनाव की तारीखों का एलान अगले सप्ताह होने की संभावना के बीच कोई भी राजनीतिक दल इस मुद्दे को भुनाने से चूकना नहीं चाहता है।
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पंजाब , जहां सुरक्षा में चूक का यह मामला हुआ वहां कांग्रेस की सरकार है। अमरिंदर सिंह को हटा कर कांग्रेस ने एक दलित को वहां मुख्यमंत्री बनाया है। इसलिए भाजपा द्वारा पीएम की सुरक्षा में हुई चूक के मुद्दे को राष्ट्रव्यापी बनाने का जवाब देते हुए कांग्रेस ने दलित मुख्यमंत्री को परेशान करने का कार्ड खेल दिया है। इसके अलावा कांग्रेस के नेता भाजपा पर पंजाबी और पंजाबियत का अपमान करने का भी आरोप लगाकर राज्य के मतदाताओं को अपने साथ बांधे रखने का प्रयास शुरू कर चुके हैं।
भाजपा संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद सबसे ताकतवर पद पर बैठे बी एल संतोष और पार्टी के अन्य दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस की इस रणनीति के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस मसले पर भाजपा के सहयोगी और कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके अमरिंदर सिंह तो शुरू से ही पंजाब सरकार के खिलाफ आक्रामक है। वहीं भाजपा भी लगातार इस मुद्दे को उठाकर, इसे पाकिस्तान और देश की सुरक्षा से जोड़कर सिख समुदाय के एक बड़े वोट बैंक के साथ-साथ प्रदेश के हिंदू मतदाताओं को भी लुभाने की रणनीति पर काम कर रही है।
आपको बता दें कि , पंजाब में हिंदू मतदाताओं की संख्या 39 प्रतिशत के लगभग है । दलितों की बात करें तो राज्य में हिंदू और सिख दोनों ही समुदायों के दलित मतदाताओं की कुल आबादी 32 प्रतिशत के लगभग है। भाजपा की कोशिश इन्ही मतदाताओं को अपने साथ लाने की है।
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