ओएलएक्स पर चोरी की बाइक बेचने वाले फूफा-भतीजे गिरफ्तार
ओएलएक्स पर चोरी की बाइक बेचने वाले फूफा-भतीजे गिरफ्तार
साहिबाबाद, 09 जनवरी। कौशांबी थाना पुलिस ने शनिवार को वैशाली सेक्टर-एक कट से ओएलएक्स पर चोरी की बाइक और स्कूटी बेचने वाले फूफा-भतीजे को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से चोरी की 15 बाइक और छह स्कूटी बरामद की है। आरोपितों को चोरी के वाहन देने और उसके फर्जी कागजात तैयार कराने वाले बदमाशों की तलाश है।
पुलिस अधीक्षक ट्रांस हिडन ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान कैला भट्टा के मुशीर और फरीदनगर के शादाब के रूप में हुई है। मुशीर शादाब का फूफा है। सोतीगंज मेरठ का अनस इन दोनों को चोरी की बाइक और स्कूटी देता था। आरटीओ आफिस के एजेंट करोलबाग दिल्ली के रमन सरदार से बाइक और स्कूटी का फर्जी कागजात तैयार कराते थे। उसके आधार पर उन्हें ओएलएक्स पर बेचते थे। उन्होंने बताया कि अनस और रमन सरदार की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
चलते-फिरते जुटाते थे जानकारी : पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित मुशीर आठवीं और शादाब 12वीं पास है। अनस जो बाइक या स्कूटी चोरी करता था। उसका फोटो इन दोनों को भेजता था। यह दोनों उसी तरह की
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अन्य बाइक के नंबर प्लेट का फोटो खींच लेते थे। रमन सरदार के माध्यम से उस बाइक का चैसिस और इंजन नंबर पताकर फर्जी कागजात तैयार कराते थे। वही चैसिस और इंजन नंबर अनस चोरी की बाइक में लिख देता था। बतौर बानगी अनस ने एक नीली अपाचे चोरी की। मुशीर और शादाब को उसकी फोटो भेज दी। इन दोनों ने प्रीतमपुरा दिल्ली के योगेश अरोड़ा की नीली अपाचे के नंबर प्लेट की फोटो खींचकर रमन
सरदार को भेज दी। उसने आरटीओ आफिस से योगेश की बाइक का चैसिस और इंजन नंबर पता करके उन्हें बता दिया। उसके आधार पर फर्जी कागजात भी तैयार कर दिए। मुशीर ने अनस को वह विवरण भेज दिया। अनस ने चोरी की नीली अपाचे में योगेश की बाइक का चैसिस और इंजन लिखकर मुशीर को दे दी। शादाब ने उसे बेचने के लिए ओएलएक्स पर विवरण अपलोड कर दिया। अभय कुमार मिश्र ने बताया कि योगेश अपनी बाइक की सर्विसिग करने गए तो उन्हें इसकी जानकारी हुई।
बाइक व स्कूटी का विवरण जुटा रही पुलिस : कौशांबी थाना प्रभारी निरीक्षक सचिन मलिक ने बताया कि आरोपित बहुत ही शातिर हैं। करीब चार-पांच साल से ऐसा कर रहे हैं। अब तक सैकड़ों बाइक और स्कूटी बेच चुके हैं। बाइक व स्कूटी का सौदा करते समय ग्राहकों को झांसे में लेते थे। उनसे कहते थे कि कागज उनके नाम ट्रांसफर हो जाएगा तो पांच हजार रुपये देना। शेष रुपये लेकर बाइक या स्कूटी दे देते थे। उसके बाद उनका फोन उठाना बंद कर देते थे। उन्होंने बताया कि आरोपितों के पास से बरामद बाइक और स्कूटी के मालिकों का पता लगाया जा रहा है।
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