आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के लिए संकट खड़ा कर रहे आतंकवादी..
आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के लिए संकट खड़ा कर रहे आतंकवादी..

इस्लामाबाद, 21 अप्रैल । पाकिस्तान सरकार और वहां की सेना आतंकवादियों को पोषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। ये आतंकवाद अब इतना ताकतवर हो चुका है कि पाकिस्तान को ही डराने धमकाने लगा है। हालात ऐसे हो चुके हैं कि पाकिस्तान सरकार, आर्मी या फिर पुलिस पूरी ताकत लगाकर उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे बेकाबू हो चुके हैं। डेटा से भी इसकी पुष्टि होती है। पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षा बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के संयुक्त अभियान के दौरान चार आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर यह अभियान प्रांत के स्वात जिले में चलाया गया। साल 2025 के शुरुआती तीन महीनों में आतंकवादी हमलों में 152 लोग मारे जा चुके हैं।
रिपोर्ट के अनुसार हमलों में फ्रंटियर कोर (एफसी) के 34 जवानों की मौत हो गई और 43 अन्य घायल हो गए। थिंक टैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 में देश में आतंकवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो पिछले महीने की तुलना में 42 प्रतिशत अधिक है।रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि देश भर में कम से कम 74 आतंकवादी हमले हुए, जिसके चलते 91 लोगों की मौत हुई, जिनमें 35 सुरक्षाकर्मी, 20 नागरिक और 36 आतंकवादी शामिल थे। इसके अलावा, 117 लोग घायल हुए, जिनमें सुरक्षा बलों के 53 सदस्य, 54 नागरिक और 10 आतंकवादी शामिल थे। खैबर पख्तूनख्वा सबसे अधिक प्रभावित प्रांत रहा, उसके बाद बलूचिस्तान का स्थान रहा। खैबर पख्तूनख्वा के जिलों में आतंकवादियों ने 27 हमले किए, जिसके कारण 19 लोग मारे गये, जिनमें 11 सुरक्षाकर्मी, छह नागरिक और दो आतंकवादी शामिल थे।
रिपोर्ट के अनुसार आईएसपीआर ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों से उनके ठिकाने पर मुठभेड़ की जिसमें चारों आतंकवादी मारे गए। आतंकवादियों के ठिकाने से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया। बयान में कहा गया कि मारे गए आतंकी क्षेत्र में कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे। इससे पहले, सुरक्षा बलों ने बुधवार को डेरा इस्माइल खान जिले के मद्दी इलाके में चार आतंकवादियों को मार गिराया था। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2025 के पहले तीन महीनों में खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में आतंकवादी हमलों में 152 लोग मारे गए। मरने वालों में पुलिस वाले, सुरक्षाकर्मी और आम नागरिक शामिल थे। केपी पुलिस की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन घटनाओं में 302 व्यक्ति घायल भी हुए। रिपोर्ट में कहा गया है कि आमलोग सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। जनवरी से मार्च के बीच 45 लोगों की मौत हुई और 127 लोग घायल हुए। पुलिस बल ने 37 सदस्यों को खो दिया, जबकि 46 अन्य घायल हुए।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट