आगरा: सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए की हत्या, लाइव वीडियो बनाया – दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार..

आगरा: सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए की हत्या, लाइव वीडियो बनाया – दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार..

आगरा, 29 अप्रैल। ताजनगरी आगरा के शिल्पग्राम रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में कार्यरत कर्मचारी गुलफाम की निर्मम हत्या ने जहां पूरे शहर को झकझोर दिया, वहीं इस सनसनीखेज मामले में सोमवार देर शाम पुलिस को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने शिवम बघेल और प्रियांश यादव नामक दो आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में जो खुलासे हुए, उसने न सिर्फ पुलिस बल्कि पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने गुलफाम की हत्या सिर्फ इसीलिए की क्योंकि वे सोशल मीडिया पर ‘फेमस’ होना चाहते थे। आरोपियों की इस मानसिकता और हत्या के पीछे की सोच ने पुलिस अधिकारियों को भी हैरान कर दिया। पूछताछ में सामने आया कि हत्या के लिए पहले से पूरी प्लानिंग की गई थी। गुलफाम को गोली मारने, घटना का लाइव वीडियो बनाने, वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने और फिर फरार हो जाने की योजना थी।
गुलफाम की हत्या का बनाया गया लाइव वीडियो

घटना की रात, 23 अप्रैल को, गुलफाम की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस दौरान आरोपी प्रियांश यादव ने पूरी वारदात का लाइव वीडियो बनाने की कोशिश की, लेकिन वह वीडियो सही तरीके से रिकॉर्ड नहीं कर सका। वीडियो की गुणवत्ता और एंगल सही न होने के कारण वह वायरल नहीं हुआ। इसके बाद आरोपियों ने एक दूसरा वीडियो बनाया जिसमें हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए खुद को किसी आतंकवादी संगठन से जुड़ा बताने की कोशिश की। वीडियो में घटना को पहलगाम की आतंकी घटना से जोड़ा गया और क्षणीय सनसनी फैलाने की कोशिश की गई।

करणी सेना और सपा सांसद का नाम घसीटा
प्राथमिक जांच में सामने आया कि वायरल होने के उद्देश्य से आरोपियों ने विवादित वीडियो में करणी सेना और समाजवादी पार्टी सांसद रामजीलाल के विवाद का जिक्र किया, ताकि अधिक से अधिक लोगों की नजर में आएं। इसके साथ ही उन्होंने खुद को “क्षत्रिय गोरक्षा दल” से जुड़ा बताने का भी प्रयास किया, जबकि उनकी कोई वास्तविक सदस्यता नहीं पाई गई है।

पहले वीडियो से नहीं मिला रिस्पॉन्स, फिर दोस्त को दिया वीडियो

हत्या का पहला वीडियो पुष्पेंद्र बघेल के सोशल मीडिया अकाउंट से अपलोड किया गया, लेकिन अपेक्षित रिस्पॉन्स नहीं मिला। इसके बाद यह वीडियो मनोज चौधरी नाम के व्यक्ति को भेजा गया, जिसने इसे अपने अकाउंट से पोस्ट किया। इस बार वीडियो वायरल हो गया और पुलिस के कान खड़े हो गए। पुष्पेंद्र बघेल, जो इस साजिश का प्रमुख मास्टरमाइंड माना जा रहा है, अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।

पुलिस मुठभेड़ में दबोचे गए आरोपी

गौरतलब है कि घटना के बाद से ही पुलिस को आरोपियों की लोकेशन की तलाश थी। सोमवार देर शाम पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली, जिसके आधार पर एक टीम ने दबिश दी। मुठभेड़ के बाद शिवम बघेल और प्रियांश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के बाद उन्होंने पूरी घटना का कबूलनामा किया।

पुलिस का बयान

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने प्रेस वार्ता में बताया, “यह मामला केवल हत्या का नहीं बल्कि मानसिक विकृति का भी है। सोशल मीडिया की भूख ने दो युवकों को अपराधी बना दिया। जिस तरह से उन्होंने घटना को अंजाम दिया और वायरल करने की योजना बनाई, वह अत्यंत चिंताजनक है।”

साइबर सेल भी जांच में जुटी

इस मामले में वायरल वीडियो और सोशल मीडिया अकाउंट की भूमिका को देखते हुए साइबर सेल को भी जांच में शामिल कर लिया गया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस वीडियो को फैलाने में और लोग भी शामिल थे, या फिर किसी नेटवर्क से प्रेरणा ली गई थी।

शहर में दहशत, समाज में चिंता

गुलफाम की हत्या के पीछे की वजह सामने आने के बाद आगरा में भय और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय व्यापारियों और आम लोगों ने घटना की निंदा करते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। समाज के विभिन्न वर्गों ने यह भी सवाल उठाया है कि सोशल मीडिया पर लाइक्स और फॉलोअर्स की अंधी दौड़ अब खतरनाक मोड़ ले रही है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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