अल्ट्राटेक की केबल और वायर सेगमेंट में एंट्री से शेयरों में गिरावट मोतीलाल ओसवाल ने घटाया टारगेट प्राइस…

अल्ट्राटेक की केबल और वायर सेगमेंट में एंट्री से शेयरों में गिरावट मोतीलाल ओसवाल ने घटाया टारगेट प्राइस…

नई दिल्ली, 28 फरवरी । केबल और वायर सेक्टर में अल्ट्राटेक की एंट्री के बाद इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों पोलीकेब, केईआई, आरआर कबेल और हेवेल्स के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई। मंगलवार को बाजार में इन कंपनियों के शेयर 13% तक लुढ़क गए। अल्ट्राटेक की इस नई रणनीति से केबल और वायर सेक्टर में प्रतिस्पर्धा और बढ़ सकती है, जिससे बाजार में और उथल-पुथल देखने को मिल सकती है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने इस नई प्रतिस्पर्धा को केबल और वायर कंपनियों के लिए वैल्यू इरोजन (मूल्य ह्रास) का संकेत माना है। इस कारण उन्होंने केईआई और आरआर कबेल की रेटिंग बाय से घटाकर नेचुरल कर दी, जबकि पोलीकेब की रेटिंग बाय और हेवेल्स की नेचुरल पर बरकरार रखी।

  • वैल्यूएशन में 20% तक की कटौती
    मोतीलाल ओसवाल ने अपनी कवरेज में शामिल पोलीकेब, केईआई और आरआर कबेल के वैल्यूएशन मल्टीपल में 20% की कटौती की है, जबकि हेवेल्स के लिए 10% की कमी की गई है। हेवेल्स को कम नुकसान होने का कारण इसका विविध उत्पाद पोर्टफोलियो बताया गया।
  • अल्ट्राटेक की एंट्री क्यों है अहम?
    अल्ट्राटेक सीमेंट ने केबल और वायर सेक्टर में 1800 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। हालांकि, शुरुआत में यह बड़ा और बाधा उत्पन्न करने वाला निवेश नहीं लग सकता, लेकिन मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, पेंट सेक्टर में आदित्य बिरला ग्रुप के कदम की तरह, यह सीएंड डब्लू कंपनियों के वैल्यूएशन पर असर डाल सकता है। ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि अल्ट्राटेक सीमेंट को भी हल्का नकारात्मक प्रभाव झेलना पड़ सकता है, क्योंकि निवेशक इसे मुख्य रूप से सीमेंट सेक्टर की कंपनी के रूप में देखते हैं। मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, केबल और वायर कंपनियों की आय तब तक प्रभावित नहीं होगी जब तक कि अल्ट्रा टेक का प्लांट चालू नहीं होता, लेकिन कंपनियों के वैल्यूएशन पर असर पहले ही दिख सकता है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

Related Articles

Back to top button