अतीक और अशरफ की हत्या में गिरफ्तार शूटर हमीरपुर का हिस्ट्रीशीटर अपराधी सुंदर भाटिया के नेटवर्क में रहा है शनि सिंह..

अतीक और अशरफ की हत्या में गिरफ्तार शूटर हमीरपुर का हिस्ट्रीशीटर अपराधी सुंदर भाटिया के नेटवर्क में रहा है शनि सिंह..

हमीरपुर, 16 अप्रैल प्रयागराज में शनिवार की देर रात पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक और उसके भाई असरफ को ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतारने में गिरफ्तार तीन शूटरों में एक हमीरपुर का रहने वाला है, जिसके खिलाफ 14 मुकदमे दर्ज हैं। ये थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी भी है। पुलिस ने शूटर के घर जाकर मामले की जांच भी की।

उल्लेखनीय है कि बीती देर रात प्रयागराज में पुलिस हिरासत में मीडिया कर्मियों से बातचीत करने के दौरान माफिया अतीक और उसके भाई असरफ पर कई राउन्ड फायरिंग की गई, जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। घटना को अंजाम देने वाले तीन शूटर मौके पर ही दबोच लिए। इनमें लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य के अलावा तीसरा शूटर शनि सिंह हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे के रामलीला मैदान का रहने वाला है।

इस हत्याकांड में हमीरपुर का नाम आने के बाद यहां पुलिस अलर्ट पर आ गई। जिले के सभी थानों की पुलिस को चौकसी बरतने के निर्देश जारी होने के बाद जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी क्षेत्र में मूमेंट करते रहे। यहां के एडीएम वित्त एवं राजस्व रमेश चन्द्र व ए.एसपी मायाराम वर्मा ने भारी पुलिस बल के साथ मौदहा कस्बे और आसपास के इलाकों का दौरा किया।

हत्याकांड का शूटर शनि सिंह थाने का है हिस्ट्रीशीटर

कुरारा थाने के इंस्पेक्टर पवन कुमार पटेल ने बताया कि शनि सिंह शातिर अपराधी है जो थाने का सक्रिय हिस्ट्रीशीटर भी है। इसके खिलाफ लूट, हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट समेत 14 मुकदमे दर्ज हैं। बताया कि वर्ष 2016 से यह फरार चल रहा था। शनि सिंह अपने तीन भाईयों में मझला है। इसके बड़े भाई मंगल सिंह की बीमारी के कारण कई साल पहले मौत हो चुकी है। वहीं छोटा भाई पिंटू सिंह यही रहकर चाय और समोसा बेचता है। शनि सिंह के पिता जगत सिंह की भी दो दशक पहले मौत हो चुकी है। इसकी मां कृष्णा देवी भी यहां नहीं रहती हैं। वह अपने मायके सुमेरपुर क्षेत्र के टेढ़ा में रह रही हैं।

माफिया सुंदर भाटिया के सम्पर्क में भी था शनि सिंह

पश्चिम उत्तर प्रदेश का माफिया सुंदर भाटिया को वर्ष 2016 में हमीरपुर जिला जेल में शिफ्ट किया गया था। उसी समय शनि सिंह भी जेल में कई सालों तक रहा है। ये जेल में ही सुंदर भाटिया के सम्पर्क में आ गया था। कुरारा थाने के इंस्पेक्टर पीके पटेल ने बताया कि जानकारी मिली है कि अतीक और असरफ की हत्या में शामिल शनि सिंह जेल में बंद सुंदर भाटिया के सम्पर्क में रहा है। माफिया डान सुंदर भाटिया यहां जेल में कई सालों तक बंद रहा है। बताते है कि जेल में ही ये सुंदर भाटिया के नेटवर्क से जुड़ गया था। जेल से बाहर आने के बाद इसका गाजियाबाद और नोएडा में आना जाना था।

मुठभेड़ में शनि सिंह ने पुलिस टीम पर की थी फायरिंग

शूटर शनि सिंह ने कुरारा क्षेत्र के पतारा गांव निवासी बबलू यादव को गोली मारकर घायल किया था। बताते है कि इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई थी जिस पर मुठभेड़ के दौरान शनि सिंह ने पुलिस टीम पर भी फायरिंग की थी। पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। ये हमीरपुर जेल में कई सालों तक बंद रहा। इसके छोटे भाई पिंटू सिंह ने बताया कि शनि सिंह आवारा किस्म का है। जिससे उसका कोई रिश्ता भी नहीं रहा। ये कई सालों से यहां से भाग गया था। परिजनों का कहना है कि जगत सिंह के पास कई बीघा जमीन थी जिसे उसने जीते जी बेच दिया था। जगत सिंह का भाई चिल्ली में रहता है।

दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट

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