हिन्दी सभी स्थानीय भाषाओं की सहेली है, इनके बीच कोई अंतर्विरोध नहीं: शाह
हिन्दी सभी स्थानीय भाषाओं की सहेली है, इनके बीच कोई अंतर्विरोध नहीं: शाह
वाराणसी, 13 नवंबर। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि हिन्दी सभी स्थानीय भाषाओं की सहेली है और इनके बीच कोई अंतर्विरोध नहीं हैं। वाराणसी के दीन दयाल हस्तकला संकुल में आयोजित अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में शनिवार को केन्द्रीय गृह मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजभाषा का विकास तभी हो सकता है जब स्थानीय भाषाओं का विकास हो और स्थानीय भाषा का विकास तभी हो सकता है जब राजभाषा देशभर के अंदर मजबूत हो । शाह ने कहा कि आजादी के 100 साल जब पूरे हों, तो इस देश में
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
आजमगढ़ में आज शाह करेंगे विश्वविद्यालय का शिलान्यास, भाजपा करेगी सपा बसपा के गढ़ सेंधमारी
राजभाषा और हमारी स्थानीय भाषा का दबदबा इतना हो कि किसी भी विदेशी भाषा का सहयोग लेने की जरूरत नहीं पड़े । शाह ने कहा,” आजादी का अमृत महोत्सव हमारे लिये संकल्प का वर्ष है। इसी वर्ष में 130 करोड़ भारतीयों को तय करना है कि जब आजादी के 100 साल होंगे तो भारत कैसा होगा, दुनिया में भारत का स्थान कहां होगा ? चाहे शिक्षा की बात हो, संस्कार, सुरक्षा, आर्थिक उन्नति, उत्पादन बढ़ाने की बात हो, हर क्षेत्र में भारत कहां खड़ा होगा इसका संकल्प लेने का यह वर्ष है और 75 वें साल से 100 साल तक का काल अमृत काल रहेगा और यह अमृत काल हमारे सभी लक्ष्यों की सिद्धि का माध्यम होगा।
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
आजमगढ़ में आज शाह करेंगे विश्वविद्यालय का शिलान्यास, भाजपा करेगी सपा बसपा के गढ़ सेंधमारी