साइंस डिवाइन फाऊंडेशन के प्रांगण में एकदिवसीय ध्यान साधना व स्वास्थ्य जांच शिविर में शामिल हुए सैकड़ों लोग
साइंस डिवाइन फाऊंडेशन के प्रांगण में एकदिवसीय ध्यान साधना व स्वास्थ्य जांच शिविर में शामिल हुए सैकड़ों लोग
गाजियाबाद, 11 नवंबर। साइंस डिवाइन फाउंडेशन के गाजियाबाद स्थित प्रांगण में रविवार को संपन्न हुए मासिक ध्यान साधना शिविर में सैकड़ों साधकों ने “ओंकार श्रवण” ध्यान सीखा। फाउंडेशन के संस्थापक एवं संबुद्ध सद्गुरु साक्षी श्री ने स्वयं साधकों को इस ध्यान की विधियां सिखाई। साक्षी श्री ने कहा, “एक गलत धारणा यह है कि ध्यान सिर्फ उन्हीं के लिए है जो जीवन में आध्यात्मिक उन्नति के आकांक्षी हैं। परंतु वास्तविकता यह है कि सभी के लिए यह अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि मनुष्य का दिमाग अनंत शक्तियों का स्रोत है। परंतु अज्ञानतावश हम इन शक्तियों से अनिभज्ञ हैं। ध्यान इन अनंत शक्तियों से साक्षात्कार की कुंजी है। आप इसका जीवन में भौतिक सफलताओं के लिए भी उपयोग कर सकते हैं।”
कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। इस दौरान यहां मैक्स लैब के सहयोग से एक मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में साक्षी श्री ने कहा, “एक सुखी व संतुष्ट जीवन के लिए भौतिकता व आध्यात्मिकता में संतुलन आवश्यक है। इस संतुलन को हासिल करने के लिए उन्होंने लोगों को तीन महामंत्र बताए। ये महामंत्र हैं; विचार शक्ति के प्रयोग का विज्ञान, विचारशून्यता का विज्ञान और सदैव आनंदित रहने का विज्ञान।”
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
देश में फूट डालो और राज करो की मानसिकता खतरे में : दिग्विजय सिंह
साक्षी श्री ने एक बयान में कहा कि “फाउंडेशन की स्थापना के पीछे शुरू से ही हमारा ध्येय था कि इन तीन महामंत्रों को जन-जन तक पहुंचाया जाए ताकि प्रत्येक व्यक्ति इन महामंत्रों के माध्यम से जीवन में भौतिक सफलताएं प्राप्त करते हुए आत्मसाक्षात्कार के परम लक्ष्य को उपलब्ध हो सके।” उन्होंने कहा कि यह एकदिवसीय ध्यान शिविर जिज्ञासुओं के लिए है। जो ध्यान में गहरे उतरना चाहते हैं, उनके लिए तीन या सात दिवसीय शिविरों का आयोजन किया जाता है जहां उन्हें संजीवनी क्रिया, महामेधा क्रिया, सिद्ध कामना क्रिया और अंतरशुद्धि क्रिया जैसी ध्यान विधियों का अभ्यास सिखाया जाता है।
कार्यक्रम के दौरान लोगों ने साक्षी श्री और ध्यान के माध्यम से आत्मिक जागरण से जुड़े संस्मरण साझा किए। साथ ही, कुछ साधकों ने जीवन में भौतिक और मानसिक कष्टों के निवारण के लिए प्रश्न पूछे और साक्षी श्री ने उनकी शंकाओं का समाधान किया। कार्यक्रम के अंत में भंडारे का आयोजन किया गया।
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
देश में फूट डालो और राज करो की मानसिकता खतरे में : दिग्विजय सिंह