सरकार ने नफरत फैलाने वाली मुस्लिम विरोधी सामग्री के आरोपों के बीच फेसबुक से एल्गोरिदम, प्रक्रियाओं का विवरण मांगा
सरकार ने नफरत फैलाने वाली मुस्लिम विरोधी सामग्री के आरोपों के बीच फेसबुक से एल्गोरिदम, प्रक्रियाओं का विवरण मांगा
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (वेब वार्ता)। सरकार ने फेसबुक को पत्र लिखकर सोशल मीडिया कंपनी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एल्गोरिदम और प्रक्रियाओं का विवरण मांगा है।
यह कदम महत्व रखता है क्योंकि हाल ही में सामने आए फेसबुक के आंतरिक दस्तावेज बताते हैं कि कंपनी अपने सबसे बड़े बाजार भारत में भ्रामक सूचना, नफरत वाले भाषण और हिंसा पर जश्न से जुड़ी सामग्री की समस्या से दो-चार हो रही है।
अमेरिकी मीडिया में आई खबर के मुताबिक सोशल मीडिया के शोधकर्ताओं ने रेखांकित किया है कि ऐसे समूह और पेज हैं जो ”भ्रामक, भड़काऊ और मुस्लिम विरोधी सामग्री से भरे हुए हैं।”
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घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने फेसबुक को पत्र लिखकर कंपनी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एल्गोरिदम और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी मांगी है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने फेसबुक से उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों का ब्योरा भी देने को कहा है।
संपर्क करने पर फेसबुक ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इस साल की शुरुआत में भारत सरकार द्वारा उद्धृत आंकड़ों के अनुसार, देश में 53 करोड़ लोग व्हाट्सऐप का, 41 करोड़ फेसबुक का और 21 करोड़ लोग इंस्टाग्राम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि भारत ने इस साल की शुरुआत में नए आईटी मध्यस्थ नियम लागू किए, जिसका उद्देश्य ट्विटर और फेसबुक सहित बड़ी तकनीकी कंपनियों के लिए अधिक जवाबदेही लाना है।
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