मानसिक रूप से अस्वस्थ नहीं है मलेशियाई मादक पदार्थ तस्कर: भाटिया
मानसिक रूप से अस्वस्थ नहीं है मलेशियाई मादक पदार्थ तस्कर: भाटिया
सिंगापुर, 12 नवंबर। संयुक्त राष्ट्र में सिंगापुर के राजदूत उमेज भाटिया ने जिनेवा में कहा कि उच्च न्यायालय ने पाया था कि मादक पदार्थो की तस्करी का दोषी भारतीय मूल का मलेशियाई नागरिक एन के. धर्मलिंगम, मानसिक रूप से अस्वस्थ नहीं हैं।
‘स्ट्रेट टाइम्स’ की खबर के अनुसार, राजदूत भाटिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि धर्मलिंगम किसी भी प्रकार के सामाजिक-मानसिक विकार से पीड़ित नहीं हैं।
संयुक्त राष्ट्र की ओर से नियुक्त चार विशेष अधिकारियों की संयुक्त अपील का जवाब देते हुए भाटिया ने यह बयान दिया। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने सिंगापुर से 29 अक्टूबर को, धर्मलिंगम को मौत की सजा देने की कार्रवाई रोकने को कहा था।
धर्मलिंगम (33) को बुधवार को चांगी जेल में फांसी दी जानी थी। उसकी अपील की सुनवाई से पहले कोविड संक्रमण की पुष्टि होने के बाद अदालत ने मंगलवार को फांसी की सजा स्थगित कर दी थी।
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अपने जवाब में भाटिया ने कहा कि कई साल पहले धर्मलिंगम की सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने विशेष रूप से इसका संज्ञान लिया था कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है या नहीं। आरोपी ने फरवरी 2015 में आवेदन दाखिल किया था और उच्च न्यायालय ने 2017 में उसे खारिज कर दिया था।
अदालत ने पाया कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ नहीं था। धर्मलिंगम 21 साल का था जब उसे पहली बार 2009 में मादक पदार्थों की तस्करी के लिए गिरफ्तार किया गया था।
उसे 2009 में 42.72 ग्राम हेरोइन आयात करने के आरोप में नवंबर 2010 में मौत की सजा सुनाई गई थी। सिंगापुर के कानून के अनुसार, 15 ग्राम से अधिक मादक पदार्थ के साथ पकड़े जाने पर मौत की सजा का प्रावधान है।
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