पशु आश्रय केंद्रों में मवेशियों की हालत दयनीय…

पशु आश्रय केंद्रों में मवेशियों की हालत दयनीय…

बीकेटी लखनऊ, । विकासखंड बीकेटी के अंतर्गत गौ आश्रय केंद्रों में मवेशियों की हालत दयनीय है। सरकार ने छुट्टा मवेशियों से किसान के फसलों की सुरक्षा के लिए पशु आश्रय केंद्र की स्थापना की है अब यह पशु आश्रय केंद्र मवेशियों के लिए नाकारा साबित हो रहे हैं। इससे किसान अब भी अपनी फसल की सुरक्षा के लिए रात दिन रखवाली कर रहा है।

खंड विकास अधिकारी बीकेटी के कार्यालय के अनुसार यहां पर 94 ग्राम पंचायतें हैं इसमें 19 ग्राम पंचायतों में पशु आश्रय केंद्र स्थापित है शेष ग्राम पंचायतों में पशु आश्रय केंद्र न होने के कारण छुट्टा मवेशी किसानों की फसल को चर कर नष्ट कर देते हैं क्षेत्र में 1000 छुट्टा मवेशी 104 गांव में घूम रहे हैं यदि किसान जरा सी लापरवाही की तो यह छुट्टा मवेशी किसानों की रवी खरीफ जायद की फसलो को पलक झपकते ही चट कर जाते हैं जब किसान अपनी फसल को देखता है तो हाथ मलता रह जाता है और वह सरकार को कोसने के अलावा उसके पास कोई विकल्प नहीं है

क्षेत्र के किसान लल्ला बेबी जयविन्द राकेश अमर बहादुर यादव अमित कुमार चंद्रिका चंदा मुराद अली तथा दर्जनों किसानों ने अपना दुख दर्द बयां करते हुए कहा की सरकार ने पशु आश्रय केंद्रों की स्थापना तो कर दी पर यहां पर प्रधान और सचिव के कुप्रबंधन के चलते पशुओं को भरपेट चारा नहीं मिल पाता है जिससे पशु चारे के अभाव में घुट घुट कर दम तोड़ देते हैं इन पशु आश्रय केंद्र में प्रधान और सचिव पशुओं को सड़ा हुआ भूसा और पुआल खाने को देते हैं पशुओं को हरा चारा कभी नसीब नहीं होता इतना ही नहीं प्रधान पशुओं को रात में चरने के लिए छोड़ देते हैं जिससे किसान की फसलों को पशु चरकर बर्बाद कर देते हैं किसान मजबूर होकर रात दिन अपने फसल की सुरक्षा करता है

बताते चलें पशु आश्रय केंद्र महिगवा परसहिया मंडोली पालपुर किशुनपुर मानपुर लाला तथा अन्य पशु आश्रय केंद्र कुप्रबंधन के शिकार है। ग्राम ग्राम मानपुर लाला में किसानों को सूखा पैरा खिलाया जा रहा है इससे जानवरों के हाल बेहाल है। सरकार शासन व प्रशासन सचिव व प्रधान की कुप्रबंधन की वजह से पशु अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं इतना नहीं सभी पशुओं को टिग बैग तक नहीं लगे हैं।

किसान का कहना है कि इन पशु आश्रय केंद्रों में पशु नरक भोग रहे हैं देखो इनके दिन कब तक बहुरेंगे प्रत्येक पशु आश्रय केंद्र में 100 पशु हैं नगर पंचायत इटौंजा में मात्र 3 4 पशु है इससे संबंधित आला अफसर केंद्रों का निरीक्षण करते समय अपनी प्रशंसा सुनकर वाहवाही लूट कर चलते बनते हैं।

दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट

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