पद्म अवॉर्ड्स के दौरान करण जौहर को ढूंढ रही थीं कंगना रनौत

पद्म अवॉर्ड्स के दौरान करण जौहर को ढूंढ रही थीं कंगना रनौत

मुंबई, 11 नवंबर। ऐक्ट्रेस कंगना रनौत को हाल ही पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया। उनके साथ-साथ यह सम्मान एकता कपूर और करण जौहर को भी दिया गया। कंगना ने बताया कि पद्म अवॉर्ड्स सेरिमनी में उन्होंने करण जौहर को खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह उन्हें वहां नहीं दिखे। अगर दिखते तो वह करण से जरूर बात करतीं।

कंगना रनौत और करण जौहर के बीच के मतभेद और लड़ाई किसी से छिपी नहीं है। दोनों के बीच विवाद साल 2017 में हुआ था। उस वक्त कंगना ने करण जौहर के शो पर उन्हें ही बॉलिवुड में नेपोटिजम को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था और उन्हें ‘मूवी माफिया’ तक कहा था। इसके बाद करण और कंगना के बीच कई मौकों पर तकरार होती रही।

शायद इसी वजह से ऑर्गनाइजर्स ने भी पद्म अवॉर्ड्स के दौरान इस तरह की व्यवस्था की थी कि कंगना रनौत और करण जौहर आमने-सामने न आ सकें। इस बारे में कंगना ने टाइम्स नाउ समिट में कहा,

लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट

प्रधानमंत्री ने आचार्य कृपलानी और मौलाना आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की

‘हमारी सेरिमनी अलग-अलग वक्त पर हुईं। मुझे ऐसा लगता है कि हम दोनों को एक-दूसरे से अलग रखने के लिए उन्होंने अलग-अलग टाइम रखा। मैंने करण जौहर को वहां ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वह वहां नहीं थे।’

कंगना से जब पूछा गया कि अगर करण उन्हें वहां मिलते तो क्या वह उनसे बात करतीं, तो ऐक्ट्रेस ने कहा, ‘हां, बिल्कुल। दो लोगों के बीच मतभेद हो सकते हैं, असहमति और विवाद हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप को-एग्जिस्टेंस में विश्वास न रखें। मैं हर तरह की को-एग्जिस्टेंस को बढ़ावा देती हूं।’

कंगना ने आगे कहा, ‘कुछ लोग जो अंदर आए और अपना सम्मान लिया, उन्होंने मुझे निरर्थक महसूस कराया। उनमें से कुछ अपनी उपस्थिति में इतने सरल और विशाल थे कि जब वो सामने आए और उनका परिचय हुआ तो मुझे लगा कि मैं तो बहुत मामूली हूं। बहुत कम ही मुझे ऐसा अहसास होता है। ऐसे लोगों को अपना पुरस्कार लेते हुए देखते हुए मुझे लगा कि क्या मैं इतनी अच्छी हूं?’

लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट

प्रधानमंत्री ने आचार्य कृपलानी और मौलाना आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की

Related Articles

Back to top button