ज्यादातर हिस्सों में पारा शून्य के नीचे लुढ़का

श्रीनगर छोड़कर कश्मीर घाटी के ज्यादातर हिस्सों में पारा शून्य के नीचे लुढ़का

श्रीनगर, 28 दिसंबर। संक्षिप्त राहत के बाद पिछले दो दिनों में बर्फबारी एवं बारिश के चलते कश्मीर घाटी में मंगलवार को शीतलहर लौट आयी एवं पारा हिमांक बिंदु के नीचे चला गया जबकि श्रीनगर उसका अपवाद रहा।

अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उनके अनुसार उत्तरी कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र गुलमर्ग में पारा शून्य के नीचे 9.4 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। आज का न्यूनतम तापमान कल की तुलना में 3.4 डिग्री कम रहा।

वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर के रूप में उपयोग में आने वाले पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.9 डिग्री नीचे रहा जबिक उसकी पिछली रात यह शून्य के नीचे 4.1 डिग्री था।

अधिकारियों के मुताबिक केवल श्रीनगर में न्यूनतम तापमान हिमांक के ऊपर रहा, यहां पारा 1.4 डिग्री तक लुढका । सोमवार को शहर में न्यूनतम तापमान शून्य के नीचे 2.2 डिग्री था।

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उनके अनुसार घाटी का प्रवेश द्वारा समझे जाने वाले काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य के नीचे 0.4 डिग्री दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर के निकटस्थ कोकरनागर में पारा शून्य के नीचे 2.5 डिग्री तक लुढक गया।

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस रहा। कश्मीर घाटी फिलहाल 40 दिनों की भयंकर सर्दी के दौर में दाखिल हुई जिसे ‘चिल्ल-ई-कलां’ कहा जाता है।

‘चिल्ल-ई-कलां’ एक ऐसा काल है जब सर्दी पूरे क्षेत्र में अपने गिरफ्त में लिये रखती है और तापमान काफी घट जाता है। यहां डल झील समेत घाटी के जलाशय एवं जलापूर्ति लाइनों में पानी बर्फ बन जाता है।

इस दौरान हिमपात की संभावना अक्सर रहती हैं तथा ज्यादातर क्षेत्रों खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में भारी से बहुत अधिक हिमपात होता है।

कश्मीर में ‘चिल्ल-ई-कलां’ 31जनवरी को खत्म होगा लेकिन उसके बाद भी शीतलहर रहती है और फिर 20 दिनों का ‘चिल्लई-खुर्द’ और 10 दिनों का ‘चिल्लई बच्चा’ का दौर आता है।

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