गोरखपुर पुलिस पर सवाल उठाना बीजेपी विधायक को पड़ा महंगा, पुलिस ने होटल पर मारा छापा तो विधायक के भी बदल गए सुर..

गोरखपुर पुलिस पर सवाल उठाना बीजेपी विधायक को पड़ा महंगा, पुलिस ने होटल पर मारा छापा तो विधायक के भी बदल गए सुर..

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच गोरखपुर के भाजपा विधायक द्वारा गोरखपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद आज पुलिस ने विधायक के करीबियों के होटल पर जमकर छापेमारी की इसके तुरंत बाद विधायक ने भी अपने सुर बदल लिए हैं और कहा है कि वे अभी भी योगी आदित्यनाथ के ही साथ हैं।
आपको बता दें कि गोरखपुर की कैंपियरगंज सीट से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने अपनी जान का खतरा बताते हुए यूपी में लॉ एंड ऑर्डर पर बड़े सवाल उठाए थे। विधायक का आरोप था कि पुलिस खुद साजिशकर्ता के साथ मिली हुई है। कुछ लोगों ने 5 करोड़ रुपये में उनकी जान का सौदा किया है। फतेह बहादुर सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बेटे हैं और गोरखपुर की कैंपियरगंज सीट से कई बार विधायक रह चुके हैं।
गोरखपुर पुलिस कर उनके सवाल उठाए जाने को उत्तर प्रदेश की राजनीति में चल रही रस्साकसी से जोड़कर देखा जा रहा था जिसके बाद आज अचानक से गोरखपुर पुलिस फतेह बहादुर सिंह के करीबी के होटल पर पहुंच गई और वहां छापेमारी की जिसके कुछ देर बाद ही फ़तेह बहादुर ने भी एक बयान जारी करके कहा है कि वह अभी भी योगी आदित्यनाथ के ही साथ हैं।
गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज में अल्फा मोती महल, ब्लू स्टार सहित कई होटलों में गुरुवार शाम अचानक पुलिस बल ने छापेमारी की। पुलिस की इस छापेमारी से होटल मालिकों में हड़कंप मच गया। अल्फा मोती महल होटल बीजेपी विधायक फतेह बहादुर सिंह के करीबी का है, पुलिस ने मौके से 41 जोड़ों को पकड़ लिया,पुलिस की इस छापेमारी से होटल में हड़कंप का माहौल बन गया। हालांकि, सभी बालिग कपल थे इसलिए इस मामले में लग रहे देह व्यापार के आरोप को पुलिस ने गलत बताया है।
पुलिस के मुताबिक, ये होटल अवैध रूप से बिना मानकों के चल रहा था, जांच करने पर पता चला कि होटल के पास फायर डिपार्टमेंट का एनओसी नहीं था, रजिस्ट्रेशन भी नहीं था। जीएसटी और फूड को छोड़कर होटल के पास कोई कागज नहीं थे, मामले की सूचना मिलने पर विधायक फतेह बहादुर सिहं के समर्थक होटल पहुंच गए। काफी देर तक पुलिस और समर्थकों के बीच तनातनी रही। समर्थकों ने होटल के अंदर प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर घुसने से रोक दिया।
चार घंटे की जांच-पड़ताल के बाद जांच टीम में शामिल SDM रोहित शर्मा, सीओ गौरव त्रिपाठी पुलिस बल के साथ वापस चले गए। CO कैंपियरगंज गौरव त्रिपाठी ने बताया कि रुटीन प्रक्रिया के तहत रमचौरा के होटल मोती महल पर भी जांच की गई। प्रपत्र मांगने पर नहीं दिखा सके। जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। संबंधित जांच की पूरी रिपोर्ट तैयार कर भेज दी जाएगी।
आपको बता दे कि बीते कुछ समय से फतेह बहादुर सिंह काफी सुर्खियों में हैं, उन्होंने गोरखपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि पुलिस ही उनकी हत्या की साजिश रच रही है लेकिन इस छापे के बाद विधायक फतेह बहादुर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना नेता मानते हुए उनके प्रति प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पहले भी था और अभी भी हूँ।
खुद के जान-माल के खतरे को लेकर हो रही उच्च स्तरीय जांच से संतुष्ट बताते हुए फतेह बहादुर सिंह ने कहा है कि वह जांच से पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें पिछले पांच सालों से उपलब्ध कराई गई वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देन है और वह पूरी निष्ठा और आस्था के साथ सीएम योगी के साथ पहले भी थे और अब भी हैं।
शुक्रवार को अपने लेटर हेड पर एक बयान जारी करते हुए फतेह बहादुर सिंह ने कहा है, “अभी हाल ही में कथित तौर पर कुछ व्यक्तियों द्वारा मेरी जान-माल का खतरा बताया गया, जिसकी प्रशासन द्वारा उच्च स्तरीय जांच एसटीएफ द्वारा कराई जा रही है, लेकिन अभी तक उसकी पुष्टि नहीं हो पायी है। मैं जांच से पूरी तरह संतुष्ट हूं।”पूर्व मंत्री श्री सिंह ने यह भी कहा है, “व्यक्तिगत रूप से मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पहले भी था और अभी भी हूं। यहां यह भी स्पष्ट करना चाहूंगा कि मुझे पिछले पांच वर्षों से वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा भी मुख्यमंत्री द्वारा उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज के नेतृत्व में मैं पूरी तरह निष्ठा एवं आस्था के साथ विश्वास रखता हूं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का उत्तरोत्तर चहुमुखी विकास हो रहा है, जिसकी पूरे देश में सराहना की जा रही है।”

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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