कांग्रेस नेता ने कहा- वसीम रिजवी का सिर कलम करने वाले को 50 लाख दूंगा

कांग्रेस नेता ने कहा- वसीम रिजवी का सिर कलम करने वाले को 50 लाख दूंगा…..

तेलंगाना के कांग्रेस नेता राशिद खान बोले- अपने बयान पर अभी भी कायम हूं

महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के साथ 👆
राशिद खान: सिर कलम करने वाले को 50 लाख 👆

लखनऊ/हैदराबाद। यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी द्वारा सनातन धर्म स्वीकार किए जाने के बावजूद तेलंगाना कांग्रेस के एक नेता अपने पूर्व ऐलान पर कायम हैं। कांग्रेस नेता राशिद खान ने एक बार फिर कहा है कि वे 8 माह पूर्व दिए गए अपने बयान पर पूरी तरह से कायम हैं। उन्होने कहा कि वसीम रिजवी का सिर लाने वाले को दूंगा 50 लाख रुपए। वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। उन्होने रिजवी पर इस्लाम को लेकर गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाए है। वसीम रिजवी इस्लाम को लेकर दिए गए कई बयानों के कारण विवादों में फंस चुके हैं। राशिद खान ने कहा कि वो हिंदुस्तान के हर मजहब का सम्मान करते हैं। उन्होने सवाल किया कि अगर भगवान राम के लिए कोई ऐसा बयान देता है, तो आप सहते क्या ? कांग्रेस नेता ने कहा कि रिजवी जैसे लोग मजहब के नाम पर जहर उगल रहे हैं। उन्होने यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष को सबक सिखाए जाने की बात कही है। बताते चलें कि गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में सोमवार को हिंदू धर्म अपना लिया था। धर्म परिवर्तन के बाद उन्होने आरोप लगाया कि मुस्लिमों ने उन्हे समुदाय से निष्कासित कर दिया है और वह कोई भी धर्म चुन सकते हैं।

आखिर वसीम रिजवी क्यों बने त्यागी…..?

लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट

http://deedarehind.com/फर्जी-कॉल-सेंटर-का-भंडाफो/

ये बड़ा सवाल है कि वसीम रिजवी ने जब हिंदू धर्म स्वीकार किया तो उन्होंने अपने नए नाम के साथ त्यागी ही क्यों जोड़ा। पत्रकार से धर्मगुरु बने डॉक्टर नरेश त्यागी कहते हैं, संभव है कि उनके पूर्वज कन्वर्ट होने से पहले त्यागी रहे हों। वैसे भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बहुत से त्यागी मुस्लिम भी हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि त्यागी जाति के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन साथ ही अपने नाम के साथ त्यागी का इस्तेमाल करने वाला ये भी कह सकता है कि उसने सब कुछ त्याग दिया है, इसलिए वो अब त्यागी बन गया है।
हालांकि रिजवी के त्यागी बनने की एक और वजह सामने आ रही है, वो ये है कि डासना के जिस मंदिर में उन्होने धर्म बदला, वो त्यागी लोगों के असर वाला मंदिर है। मेरठ निवासी एक पत्रकार कुलदीप त्यागी का कहना है कि इसकी बड़ी वजह उन्हें धर्मांतरण कराने वाले महाराज नरसिंहानंद हैं, वो खुद त्यागी जाति से ताल्लुक रखते हैं, लिहाजा रिजवी ने अपने सरनेम के साथ त्यागी के तौर पर जाति का नाम जोड़ा होगा। (9 दिसंबर 2021)

खुसूसी सहाफी विजय आनंद वर्मा की खबर, , ,

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