एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में जाने क्या है करियर की संभावनाएं

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में जाने क्या है करियर की संभावनाएं…

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग एक ऐसी इंजीनियरिंग है जिसके अंतर्गत कृषि संबंधी क्षेत्रों जैसे मिट्टी, खाद्य पदार्थ, बीज, बायोलॉजिकल सिस्टम में तकनीक आदि का प्रयोग करना सिखाया जाता है. यदि आप कृषि के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक हैं तो एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग विशेष क्षेत्र है. कृषि एक ऐसा व्ययवसाय है जो काफी बड़ा है. इसलिए इस क्षेत्र में रोजगार के काफी सारे ऑप्शन मिल जाते हैं. एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग का कार्य कृषि के क्षेत्र में काम आने वाले उपकरणों का विकास और निर्माण करना है. साथ ही कृषि करने के लिए उपयोग में लाये जाने वाले बीज और खादों की जानकारी रखना भी एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग का काम होता है.

एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स क्या करते हैं?

अधिकांश एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एग्रीकल्चरल इक्विपमेंट्स, मशीनरी और उनके पार्ट्स को डिज़ाइन और टेस्ट करने से संबद्ध कार्य करते हैं. वे फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट्स और फ़ूड स्टोरेज स्ट्रक्चर्स को डिज़ाइन करते हैं. कुछ इंजीनियर्स लाइवस्टॉक (पशुधन) के लिए हाउसिंग और एनवायरनमेंट्स भी डिज़ाइन करते हैं. वे फार्म्स में लैंड रिक्लेमेशन प्रोजेक्ट्स की योजना बनाते हैं और इन प्रोजेक्ट्स की देखरेख करते हैं. कुछ इंजीनियर्स एग्रीकल्चरल वेस्ट से एनर्जी प्रोजेक्ट्स और कार्बन सिक्वेस्ट्रेशन से संबद्ध कार्य करते हैं. हमने इस आर्टिकल में आगे एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स के वर्क प्रोफाइल्स के बारे में और अधिक जानाकारी पेश की है.

एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स कहां काम करते हैं?

एक स्टडी के अनुसार, अधिकांश एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स (17 फीसदी) इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चरल और संबद्ध सर्विसेज में कार्यरत थे. सरकार द्वारा 16 फीसदी इंजीनियर्स को जॉब्स मुहैया करवाई गईं. अन्य 14 फीसदी इंजीनियर्स फ़ूड मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े काम कर रहे थे. 13 फीसदी इंजीनियर्स एग्रीकल्चर, कंस्ट्रक्शन और माइनिंग मशीनरी मैन्युफैक्चरिंग से संबद्ध कार्य कर रहे थे. अन्य 6 फीसदी लोग एजुकेटर्स के तौर पर कार्य कर रहे थे.

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एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स इंडोर और आउटडोर स्थानों पर काम करते हैं. वे ऑफिसेज में प्लान्स तैयार करने और प्रोजेक्ट्स मैनेज करने के लिए अपना समय बिताते हैं और एग्रीकल्चरल सेटिंग्स में साइट्स की इंस्पेक्शन, इक्विपमेंट मोनिटरिंग, लैंड रिक्लेमेशन और वाटर मैनेजमेंट प्रोजेक्ट्स की देखरेख करने से संबद्ध कार्य भी करते हैं.

ये इंजीनियर्स लैबोरेट्रीज और क्लासरूम्स में भी काम कर सकते हैं. ये लोग अन्य लोगों के साथ मिलकर किसी भी काम की प्लानिंग और प्रोब्लम्स को सॉल्व करने से संबद्ध कार्य भी करते हैं. उदाहरण के लिए, ये इंजीनियर्स हॉर्टिकल्चरिस्ट्स, एग्रोनोमिस्ट्स, एनिमल साइंटिस्ट्स और जेनेटिक्स के साथ मिलकर काम कर सकते हैं.

एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग में बीटेक के लिए टॉप एंट्रेंस एग्जाम्स

इन एंट्रेंस एग्जाम्स में 150 से 200 तक प्रश्न पूछे जा सकते हैं और एग्जाम की कुल अवधि 3 घंटे होती है. एंट्रेंस एग्जाम का सिलेबस निम्नलिखित विषयों से संबद्ध होता है:

  फिजिक्स

  केमिस्ट्री

  मैथमेटिक्स

  बायोलॉजी

बीटेक कोर्स, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग के लिए ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट्स

-इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च (आईसीएआर) ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम

-कॉमन इंजीनियरिंग एंट्रेंस टेस्ट (हरियाणा सीईटी)

-ऑल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम (एआईईईई)

-भारथ यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम

-इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरल एंड मेडिकल कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (ईएएमसीईटी)

-गुजरात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (जीसीईटी)

-इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (बीएचयू) एंट्रेंस एग्जाम

-नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कंबाइंड प्री-एंट्रेंस टेस्ट

-महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एमएचसीईटी)

-दिल्ली यूनिवर्सिटी कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट

-जम्मू एंड कश्मीर स्टेट लेवल एंट्रेंस टेस्ट (एसएलईटी)

-पंजाब यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (सीईटी)

-जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरल एंड मेडिसिन कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी)

-इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम

-तमिलनाडु प्रोफेशनल कोर्सेज एंट्रेंस एग्जाम (टीएनपीसीईई)

-झारखंड कंबाइंड एंट्रेंस कम्पीटीटिव एग्जाम (जेसीईसीई)

-बिहार कंबाइंड एंट्रेंस कम्पीटीटिव एग्जाम (बीसीईसीई)

-बाबा गुलाम शाह बादशाह यूनिवर्सिटी सीईटी

-इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी – ज्वाइन एडमिशन टेस्ट (आईआईटी-जेएएम)

-नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एनईआरआईएसटी) एंट्रेंस एग्जाम

-जीजीएसआईपी यूनिवर्सिटी कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी)

-ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (जेएटी)

-केरल इंजीनियरिंग एग्रीकल्चरल मेडिकल (केईएएम)

-उत्तर प्रदेश स्टेट इंजीनियरिंग एडमिशन टेस्ट (यूपीएसईएटी)

एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग में एमई/ एमटेक एंट्रेंस एग्जाम्स की लिस्ट

-नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एनईआरआईएसटी) एंट्रेंस एग्जाम

-इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च (आईसीएआर) ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम

-ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट, इंजीनियरिंग

-इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी – ज्वाइन एडमिशन टेस्ट (आईआईटी-जेएएम)

एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग में एग्जाम्स लेने वाली यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

-तमिलनाडु वेटेरिनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी, चेन्नई

-चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, हिसार, हरियाणा

-चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

-तमिलनाडु एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु

-सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, मणिपुर

-सरदार वल्लभ भाई पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उत्तर प्रदेश

-गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी,

-नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट, इटानगर)

-आचार्य एनजी रंगा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट )

-चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

-केरल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

-जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी  

-गुजरात एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, गुजरात

-इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली

-इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़

-असम एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

-महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उदयपुर

-महाराष्ट्र एनिमल एंड फिशरी साइंसेज यूनिवर्सिटी

-मराठवाड़ा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, परभानी

-मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय

-उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उड़ीसा

-पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना, पंजाब

-राजस्थान एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, बीकानेर

-उत्तर बंगा कृषि विश्वविद्यालय

-वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ़ एनिमल एंड फिशरी साइंसेज

-इलाहाबाद एग्रीकल्चरल इंस्टिट्यूट, उत्तर प्रदेश

-बिधान चंद्र कृषि विश्वविद्यालय

-बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, झारखंड

-जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, कृषि नगर

-महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, राहुरी

-राजेंद्र एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, पुसा, समस्तीपुर, बिहार

-यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंस, बैंगलोर

-शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, श्रीनगर

-इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, मध्य प्रदेश

-डॉ पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय

-चौधरी सरवान कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय

एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स के लिए रोज़गार

एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स विभिन्न सेक्टर्स जैसेकि, फार्मिंग, फॉरेस्ट्री और फ़ूड प्रोसेसिंग आदि में काम करते हैं. वे अनेक तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम करते हैं. उदाहरण के लिए, कुछ एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम्स विकसित करने का काम करते हैं जो पशुधन की प्रोडक्टिविटी और कम्फर्ट में बढ़ोतरी करता है. इसी तरह, कुछ अन्य इंजीनियर्स रेफ्रिजरेशन की स्टोरेज कैपेसिटी और एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए काम करते हैं.

बहुत से एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एनिमल वेस्ट डिस्पोजल के लिए बेहतर सॉल्यूशन्स विकसित करने के लिए प्रयास करते हैं. जिन इंजीनियर्स के पास कंप्यूटर प्रोग्रामिंग स्किल्स होते हैं, वे एग्रीकल्चर में जियोस्पेशल सिस्टम्स और आर्टिफीशल इंटेलिजेंस को इंटीग्रेट करने का काम करते हैं. उदाहरण के लिए, ये लोग फ़र्टिलाइज़र एप्लीकेशन में एफिशिएंसी लाने या हार्वेस्टिंग सिस्टम्स को स्वचालित बनाने का काम करते हैं.

एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग में जॉब्स

जैसेकि, अब हमें पता है कि एक एग्रीकल्चरल इंजीनियर अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कई सारे काम कर सकता/ सकती है. कुछ मुख्य जॉब्स निम्नलिखित हैं:

-एग्रीकल्चरल इंजीनियर

-प्लांट फिजियोलॉजिस्ट

-सर्वे रिसर्च एग्रीकल्चरल इंजीनियर

-एनवायर्नमेंटल कंट्रोल्स इंजीनियर

-माइक्रोबायोलॉजिस्ट

-फ़ूड सुपरवाइजर

-एग्रीकल्चरल इंस्पेक्टर

-एग्रीकल्चरल स्पेशलिस्ट

-फार्म शॉप मैनेजर

-रिसर्चर

-एग्रोनोमिस्ट

-सोयल साइंटिस्ट

-एग्रीकल्चरल क्रॉप इंजीनियर

एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स को हायर करने वाली इंडस्ट्रीज/ कंपनीज़

जब अपने सूटेबल वर्क एरिया से संबद्ध इंडस्ट्री/ कंपनी चुनने का समय आता है तो किसी भी एग्रीकल्चरल इंजीनियर के पास कई ऑप्शन्स होते हैं. कुछ मुख्य इंडस्ट्रीज/ कंपनीज़ निम्नलिखित हैं:

-अमूल डेरी

-नेस्ले इंडिया

-फ्रीगोरिफीको अल्लाना

-आईटीसी

-फार्मिंग इंडस्ट्री कंसल्टेंट्स

-एग्रीकल्चरल कमोडिटीज प्रोसेसर्स

-एस्कॉर्ट्स

-प्रोएग्रो सीड

-पीआरएडीएएन

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