आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को नौकरी देने की मांग

आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को नौकरी देने की मांग

ग्रेटर नोएडा, 20 नवंबरकेंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि बिलों का विरोध सबसे पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किया था। किसानों की आवाज को आप ने प्रमुखता से उठाया और लगातार किसानों का साथ दिया। किसानों के आंदोलन और पार्टी के विरोध के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसान विरोधी तीनों ने कृषि बिलों को वापस लेना पड़ा है। यह बात आप के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र जादौन ने कही।

 सेक्टर-93 गेझा गांव में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि तीनों नए कृषि बिलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वापस लेने की घोषणा करना सत्य की जीत हुई है।

लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट

मोदी की मौजूदगी में डीजीपी कांफ्रेंस में लिये जा सकते हैं अहम फैसले

उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान 700 से ज्यादा किसानों ने अपने प्राण गवाएं हैं। उन सभी को शहीद का दर्जा और उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।

 नोएडा प्रभारी प्रत्याशी पंकज अवाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर दिल्ली मॉडल को पूर्णता लागू किया जाएगा। इस मौके पर राजेंद्र भूढ़ा, नितिन प्रजापति, विपुल जौहरी, पवन भूढ़ा, हैप्पी अवाना, सोनू अवाना, नितिन प्रधान, संदीप अवाना, रोहित अवाना, बिट्टू अवाना, नीरज गुर्जर, अनिल पाल, रवि, सोनू ,लोहिया आदि मौजूद थे।

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